स्वामिनारायण मंदिर में महाअभिषेक, चिंतामणी कथा का हुआ समापन


धनबाद : होली के अवसर पर कतरास रोड स्थित श्री स्वामिनारायण मंदिर में स्वामिनारायण भगवान का महाअभिषेक, सोलहश्रृंगार, महानिराजन, महाआरती, अन्नकुट दर्शन तथा पांच दिवसीय चिंतामणी कथा का समापन हुआ. राजकोट के महंत सदगुरु देवकृष्ण दासजी स्वामी के आशिर्वाद और सूरत गुरुकुल के धर्मवल्लभ स्वामी की आज्ञा से धनबाद पधारे भक्तिनारायण दासजी स्वामी ने बताया कि होली के दिन सुबह 8 बजे से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ .

सबसे पहले भगवान स्वामिनारायण का दूध, दही, घी, शहद, मिसरी, विविध प्रकार के फलों के रस, केसर, चंदन इत्यादि से अभिषेक किया गया. इसके बाद सोलहश्रृंगार किया गया. जिसमें भगवान को वस्त्र, जनेऊ सहित 16 प्रकार की वस्तुएं अर्पण की गई. स्वामीजी ने बताया कि इसके बाद महानिराजन पूजा में भगवान को रूमाल, पुष्पगुच्छ, दर्पण, ग्रंथ, चामर, ईत्तर आदि अर्पित किया गया.

तत्पश्चात अन्नकुट भोग लगाया गया जिसमें भक्तों द्वारा स्वयं बनाए गए विविध प्रकार के पकवान भगवान को भोग स्वरूप अर्पण किए गए. संध्या पुष्पदौलत्सव का आयोजन तथा पांच दिवसीय चिंतामणी कथा का समापन किया गया. साथ में भजन, किर्तन तथा संतों का पूजन भी किया गया.

स्वामीजी ने बताया कि उनके साथ शास्त्री धर्मानंदन दासजी स्वामी, पूराणी किर्तनप्रिय दासजी स्वामी, अनंत स्वरूप दासजी स्वामी तथा अभिषेकप्रिय दासजी स्वामी विशेष रूप से गुजरात से पधारे हुए हैं. कार्यक्रम को सफल बनाने में मंदिर समिति के नौतम भाई चौहाण, मनसुख भाई पटेल, प्रवीण भाई चौहाण तथा युवक मंडल का सराहनीय योगदान रहा.

Web Title : MAHAABHISEK SWAMINARAYAN TEMPLE CLOSING THE LEGEND CHINTAMANI