चरमराई बिजली व्यवस्था के विरुद्ध चेंबर का महाधरना

धनबाद : जिले में बिजली व्यवस्था पूरी से ध्वस्त होने के विरोध में धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज ने मंगलवार को रणधीर वर्मा चौक पर महाधरना दिया. दिन के 10 बजे जिला परिषद् मैदान में चेंबर के सैकड़ों सदस्य अपनी-अपनी दुकान को बंद कर एकत्रित हुए थे. वहां से एक विशाल जुलूस की शक्ल में सभी रणधीर वर्मा चौक की ओर कूच किए.

महाधरना का नेतृत्व कर रहे चेंबर के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने बताया कि बिजली विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं चरमराई व्यवस्था के कारण जिले के तमाम नागरिक त्रस्त है. विरोध में जन आंदोलन करने के लिए हमें बाध्य कर दिया. उन्होंने बताया कि यहां की जनता डीवीसी, बिजली विभाग एवं राज्य सरकार के बीच उत्पन्न विवाद में पीस रही है.

राजीव शर्मा ने बताया कि न तो बिजली विभाग या डीवीसी वस्तुस्थिति से जनता को अवगत कराते हैं, और न ही राज्य सरकार कोई हल ढुंढने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि दुःख की बात तो यह है कि डीवीसी यहां से कोयला लेता है परंतु बिजली का उत्पादन कर, उसकी आपूर्ति दिल्ली और पश्चिम बंगाल को करता है.

उल्लेखनीय है कि विगत कुछ दिनों से केवल 10 से 12 घंटे ही विद्युतापूर्ति की जा रही है. महाधरना के पश्चात उपायुक्त के माध्यम से झारखण्ड के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा गया.

जिसमें डीवीसी के मुख्यालय को झारखण्ड में लाने, मैथन पावर लिमिटेड द्वारा उत्पादित बिजली को 25 प्रतिशत की रियायत पर झारखण्ड को आपूर्ति करने, धनबाद में नेशनल ग्रिड की स्थापना करने, झारखण्ड उच्च न्यायालय में दायर हलफनामे के आधार पर 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति करने सहित अन्य मांगे सम्मलित की गई है.

कार्यक्रम में राजीव शर्मा के साथ चेंबर के महासचिव राजेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष राजेश दुदानी, पुराना बाजार चेंबर ऑफ कॉमर्स के शोहराब खान, अजय नारायण लाल, चेतन गोयनका, देवेश बोल, किरीट चौहान, राजेश अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में सदस्य शामिल हुए.

Web Title : MAHADHARNA AGAINST PRECARIOUS POWER SYSTEM BY CHAMBER OF COOMERSE