बिजली संकट से जनता परेशान, पॉवर प्लांटो अव्यवस्था

निरसा : एक ओर जहां देश बिजली संकट झेल रहा है. पॉवर प्लांटो को कोयले की समुचित मात्रा में आपूर्ति नहीं हो पा रही है. वहीं घटिया कोयले के कारण पॉवर प्लांटो का उत्पादन में कमी व संयंत्रो में गड़बड़िया आ रही है. इधर कोल इंडिया की अग्रगनी अनुसांगिक इकाई ई.सी.एल के मुगमा क्षेत्र व्दारा पॉवर प्लांटो को मिट्टी व पत्थर मिश्रित कोयले की जा रही है.

और तो और प्रबंधन कोयले के साँर्टेज़ की भरपाई ओवरबर्डन की मिट्टी व पत्थर मिलाकर उसकी पूर्ति कर रही है. यह आरोप जनता मजदुर संघ के मुगमा क्षेत्रीय संयोजक मधुरेन्द्र गोस्वामी ने कही. उन्होंने आरोप लगाया की,उपरोक्त मिट्टी पत्थर को सेट्रल पुल स्थित रेलवे साइडिंग में गिरवाया जा रहा है.

जिसके बाद उस मिट्टी पत्थर पर कोलियरियों से आया अच्छा कोयला डालकर दोनों को डोजर से मिला दिया जाता है. उसके बाद उसे रेलवे रेक के द्वारा पॉवर प्लांटो को भेजा जाता है. उन्होंने कहा की,मिट्टी पत्थर युक्त कोयला लखीमाता कोलियरी के ओ.बी डंप से उठाया जा रहा है.

परन्तु चलान में श्यामपुर बी कोलियरी का कोयला दिखाया जा रहा है. अगर प्रबंधन इतना ही सही है तो निजी-कंपनियों के रेलवे रेक में उक्त कोयले को क्यों नहीं भेजती. सरकारी उपकरणों में ही क्यों भेजा जाता है. उन्होंने कहा की,उक्त ओ.बी डंप में पूर्व से आग लगी हुई है.

उक्त मिट्टी व पत्थर को हटाने के लिए पूर्व से ही ठेकेदार को ई.सी.एल प्रबंधन ने कार्य दे रखा है तथा बीते वर्षो से उक्त ठेकेदार व्दारा उक्त मिट्टी पत्थर को वहा से हटाकर अन्यत्र फेका जा रहा था. प्रबंधन के अनुसार अगर उक्त ओ.बी डंप में कोयला था तो उतने दिनों में कितना कोयला ठेकेदार व्दारा फेका जा चुका है.

वही इस संबंध में ई.सी.एल मुगमाँ क्षेत्र के महाप्रबंधक पी.के.सिंह का कहना है की,उक्त ओ.बी डंप में वर्षो से आग लगा है.डी.जी.एम.एस की टीम ने जाँच के बाद कहा की,ओ.बी डंप में कोयला रहने के कारण आग और बढ़ सकता है. इसलिए कंपनी हीत में उक्त कोयले को वहा से हटाया जा रहा है.

कोयले की ग्रेडिंग करने के बाद ही उसे पॉवर प्लांटो में भेजा जाता है. कोयले की ग्रेडिंग की जाँच ई.सी.एल,जीन कंपनियों को कोयला भेजा जाता है उनके प्रतिनिधि व एक तीसरी इकाई के प्रतिनिधि व्दारा सम्मिलित रूप से की जाती है. जिसमे मुगमा क्षेत्र के कोयले का ग्रैड 90% रहता है.

चुकी लखीमाता व श्यामपुर बी कोलियरी का कोयले का ग्रेड एक है इसलिए ट्रांसपोर्टिंग चलान में श्यामपुर बी कोलियरी लिखा जा रहा है. भविष्य में चालान में लखीमाता कोलियरी का भी लिखा जा सकता है. कुछ असामाजिक तत्व जान बूझकर कार्य में बाधा डाल रहे है.ओ.बी डंप से कोयला हटा लेने के बाद आग में नियंत्रण पाने में सिविधा होगी.

Web Title : PUBLIC DISTURBED BY POWER CRISIS POWER PLANT CLUTTER