कही चली आरो की मनमर्जियां, तो कही ठंड में आरो ने बहाया पसीना

धनबाद : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2015 के मतगणना सेंटर पर एक ओर जहाँ आरो को मनमर्जियां करते हुए देखा गया वही दूसरी और एक आरो इस कपकपाती ठंड में पसीना बहाते हुए भी देखे गए. जी हम बात कर रहे है बाघमारा प्रखंड के अंचलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद की जो की बाघमारा प्रखंड के मुखिया प्रत्याशियों के आरो है.

शनिवार को शुरू हुए मतगणना में बाघमारा सीओ राजेंद्र प्रसाद को मनमर्जियां करते हुए देखा गया वे कर्मियो द्वारा रद्द किये गए मतपत्रों को भी बैध करार करते हुए दिखे. उन्होंने एक ही मत पत्र पर दो जगहों पर लगे मोहर के निशान को बैध करार दिया.

डीसी साहब ये कैसा न्याय

इसके अलावा जहां प्रत्याशियों व पोलिंग एजेंटों को मतगणना केंद्र के अंदर जाने से रोका जा रहा था वही एक व्यक्ति ऐसा भी था जो न तो उम्मीदवार था और न ही सरकारी अधिकारी फिर भी उसे अधिकारियो की तरह संवेदनशील फाइलों को निपटाते हुए देखा गया. उसे देख कर ऐसा लग रहा था मानों आरो के बाद वही आरो हो.



जब हमारी टीम ने उसकी तफ्तीश् की तो पता चला की वह शख्स बाघमारा सीओ का एक रिश्तेदार है. वह शख्स रविवार की मतगणना में भी मौजूद था. अब डीसी साहब ये बताइये जहाँ आपने कहा था मुख्य द्वार से किसी को प्रवेश करने न दिया जाये चाहे वो मेयर, डिप्टी मेयर, विधायक, सांसद हो या मंत्री प्रधानमंत्री हो किसी को अंदर जाने न दिया जाए.

अगर कोई गया तो आपने कहा था मुख्य द्वार की सुरक्षा कर्मियो पर कार्यवाही हो जायेगी. फिर ये शख्स मुख्य द्वार तो छोड़ दीजिए मतगणना केंद्र तक कैसे पहुँच गए और पहुँच कर फ़ाइलों को कैसे छूने लगे. ये अधिकार उन्हें कैसे मिल गया.



वही दूसरी और बलियापुर प्रखंड के आरो सह प्रखंड विकास पदाधिकारी कुंदन भगत को इस कपकपाती ठंड में पसीना बहाते हुए देखा गया. हुवा यूँ की मतगणना कार्य में लगे कर्मी एक मतपेटी को नहीं खोल पा रहे तब बलियापुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी सह आरो कुंदन भगत से रहा नही गया. वे स्वयं मतपेटी को खोलने के लिए पसीना बहाते हुए दिखे.

Web Title : RO CONTINUED ARBITRARY