मैथन डैम में बचा है सिर्फ सात दिनों का पानी

धनबाद : मैथन डैम में मात्र सात से दस दिन का ही पानी बचा है. डैम का जलस्तर तेजी से घट रहा है. जिस रफ्तार से डैम में पानी घट रहा है उसे देख यह आशंका प्रबल होती जा रही है की एक सप्ताह बाद शहर में पेयजल की स्थिति गंभीर हो जाएगी.

डैम में घटते जल स्तर की सूचना पाकर मंगलवार को नगर आयुक्त छवि रंजन पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों के साथ मैथन पहुंचे और डैम के साथ इंटकवेल का निरीक्षण किया. डैम से इंटकवेल तक बने चैनल की स्थिति काफी खराब हो चुकी है.

तीन फीट गहरे इस चैनल में डेढ़ से दो फीट तक गाद जमा हो गया है, जिस कारण डैम से इंटकवेल तक पानी पहुंचने में काफी समय लग रहा है. गाद के कारण डैम से छोड़े जाने वाले पानी का अधिकांश हिस्सा गाद में ही सुख जा रहा है.

सूत्रों की माने तो हर दिन पांच हजार गैलन पानी गाद सोख ले रहा है, जिस कारण शहर में पानी कम मात्रा में पहुंच पा रहा है. निरीक्षण के दौरान पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधीक्षण अभियंता नवरंग सिंह, निगम के मुख्य अभियंता एस के सिन्हा, कार्यपालक अभियंता शिवनाथ राम मौजुद थे.

मैथन डैम में मंगलवार को 444 फीट पानी रिकार्ड किया गया है. डीवीसी मैथन के पीआरओ एम विजय कुमार ने बताया कि डैम में फिलहाल 444 फीट पानी है. अभी डैम में पानी की स्थिति बहुत खराब नहीं है. 435 फीट से पानी कम होने पर स्थिति डेंजर जोन में पहुंच जाएगी. उसके बाद जलापूर्ति मुश्किल हो जाएगी.

इंटकवेल और चैनल में गाद साफ करने की समस्या का समाधान पीएचईडी को करना है. निरीक्षण करनेवालों में एसई नवरंग सिंह, ईई शिवनाथ राम, नगर निगम के मुख्य अभियंता एसके सिन्हा आदि शामिल थे. मैथन डैम में घट रहे जलस्तर का असर मंगलवार को देखने को मिला.

पीएचईडीकी ओर से मंगलवार को शहर की हिल कालोनी को छोड़ सभी जगहों पर एक वक्त पानी की सप्लाई की गई. तकनीकी खराबी के कारण हिल कालोनी में जलापूर्ति संभव नहीं हो पाई. मैथन द्वारा पानी की कटौती करने को लेकर विभाग की ओर से राशनिंग के तहत शहर में जलापूर्ति की जा रही है.

Web Title : REVAMPING MAITHAN DAMS WATER LEVEL LOWERED