सूरज पासवान बने भाजयुमो के भूली मंडल अध्यक्ष

भूली : पिछले कई महीनो से भारतीय जनता युवा मोर्चा के भूली मंडल अध्यक्ष को लेकर  चल रही राजनितिक उठा पटक शुक्रवार को ख़त्म हो गया. भाजयुमो के भूली मंडल अध्यक्ष सूरज पासवान को बनाया गया है.

भूली बीजेपी के मंडल अध्यक्ष ललन मिश्रा के कार्यालय में सूरज पासवान को पद का प्रमाण पत्र सौंपा गया. सूरज पासवान को भाजयुमो के जिलाध्यक्ष अमलेश सिंह ने भूली बीजेपी कार्यकताओ द्वारा भेजे गए गए तीन नामो में चुना है.

मंडल अध्यक्ष पद के लिए भूली से तीन नाम भेजे गए थे जिसमे पहला नाम सूरज पासवान , दूसरा नाम पप्पू शर्मा और तीसरा नाम महेश विष्णु का था. उस पद को लेकर लगभग एक महीने से भूली में गहमा गहमी चल रही थी.

लेकिन शुक्रवार को इस गहमागहमी पर पूर्णविराम  लग गया और जिलाध्यक्ष के पत्र के साथ भूली मन दल अध्यक्ष ललन मिश्रा ने सूरज पासवान को भाजयुमो का मंडल अध्यक्ष घोषित कर दिया. ललन मिश्रा ने बताया की सूरज पासवान भूली में बीजेपी के काफी सक्रीय सदस्य रहे है और उन्हें आशा है की सूरज पासवान के नेतृत्व में संगठन और मजबूत होगा.

मौके पर सतेंद्र ओझा, मनमोहन सिंह, ओमप्रकाश झा, सखीचंद महतो, विनोद सिंह, कैलाश गुप्ता, अवध बिहारी, नीलू झा, श्री निवास, पवन दास आदि मौजूद थे.

कौन है सूरज पासवान

23 साल के सूरज पासवान भूली में पहचान का मोहताज नहीं है. सूरज अपने समाज के लोगो के लिए हमेशा एक पाँव पर खड़ा रहने वाला युवा नेता है. लोकप्रियता इतनी है की सूरज के साथ आज सैकड़ो लोग कन्धा से कन्धा मिलाकर चलते है.

समाज में ख़ुशी हो गम सूरज बिना बुलाये भी वंहा हाजिर रहता है. सूरज के पिता बजरंगी पासवान बीसीसीएल वर्कर थे जो अब रिटायर्ड हो चुके है. बेटे के द्वारा अपने समाज सहित किसी भी समाज के लिए की जा रही सेवा से सूरज के पिता काफी प्रभावित थे इसलिए उन्होंने भी कभी सूरज को राजनीतिक में आने के लिए रोका टोका नहीं.

जिंदगी के उतार चढाव से सूरज भी कभी हताश नहीं हुआ और जिसका परिणाम सामने है की भूली में भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष के लिए भेजे जाने वाले नामो में सूरज पासवान का नाम सबसे ऊपर था

सूरज पासवान की राजनितिक शुरुआत

सूरज पासवान ने जेवीएम से अपने अपने राजनितिक कैरियर की शुरुआत की थी. 2013 में उन्हें जेवीएम अनुसूचित मोर्चा का जिला महामंत्री गया था. जेवीएम में भी सूरज पासवान काफी  सक्रीय भूमिका अदा करते थे.

भूली एमपीआई हॉल मैदान में जेवीएम के राष्ट्रीय चुनावी कार्यक्रम में हैलीकॉप्टर उतरवाने वाले सूरज पासवान ही पहले सख्स थे. उनके कामो की जेवीएम् में कद्र नहीं पर उन्होंने  बीजेपी की बढती लोकप्रियता से प्रभावित होकर बीजेपी का दामन इस उदेश्य के साथ थामा की वे अपने  समाज के विकास के लिए आगे और बेहतर विकल्प तलाश सके.

सूरज पासवान ने बिहार की राजनीतिक में हाथ आजमाना चाहा था लेकिन किसी कारण 2014 में उन्हें बिहार के देव से उन्हें टिकट नहीं मिल सका था. फिर भी वे हताश  नहीं हुए और अपने नाम की तरह ही लोगो के बीच अपनी चमक बरकरार रखी

Web Title : SURAJ PASWAN IS THE PRESIDENT OF BJP MANDAL