श्रधांजलि : सरस्वती पुत्र जे के सिन्हा: अब सिर्फ यादें!

धनबाद : एक समय जेके सिन्हा की शिक्षा विद होने के कारण धाक थी. तब धनबाद में आइएसएल को छोड़ दूसरा सीबीएसई स्कूल नहीं था.

साल 1966 उन्होंने इसकी नीव रखी थी. फिर उसकी शाखाएं बढ़ती गयी.

जिले के हर उन्नत कस्बे में आइएसएल के ब्रांच खुल गए.

जेके सिन्हा की बदौलत यहां शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति आया.

यानी एजुकेशन विद डिफरेंश!

उनके यहां की सरस्वती पूजा बहुत फेमस थी. हां अनाज, फल-फूल आदि से मां सरस्वती की अलग ही तरह की पूजा होती थी.

सबके लिए दरवाजा खुला. सबका शालीनता से स्वागत. उनसे चिर-परिचित जैसा व्यवहार.

एक शिक्षक के अनुकूल हर योग्यता उनके पास थी.

उन्होंने, फ्रांसिस, गुहा आदि के साथ सीबीएसई और बिहार बोर्ड की मान्यता वाला आइएसएल जब चला दिया.

आइसीएससी बोर्ड से एफिलियेटेड स्कूलों की महंगी फीस वाले स्कूलों से आइएसएल अच्छा था. ....मंडराने लगे.

अंत में खीजकर उन्होंने किड्स गार्डेन स्कूलों की अपनी अलग सल्तनत बनायी.

इसके अलावा भी कई स्कूलों और शिक्षण संस्थानों के वे संरक्षक रहे.

आज उनके निधन पर उनसे पढ़े-सीखे लोग... उनके बच्चे....उनकी छात्र-छात्राएं उन्हें हर तरह से नमन करना चाहती हैं.

फेसबुक और ट्विटर, वाटशाॅप, यूट्यूब तक सबमें नमन..ऐड देकर नमन ताकि लोग उन्हें याद करें.

ठीक सरस्वती पूजा के दिन यानी 24 जनवरी को दिल्ली में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया.

25 जनवरी को उनका शव धनबाद हाउसिंग कॉलोनी स्तिथ उनके आवास पहुंचा था. तब विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य पहुंचे थे.

डीपीएस के केसी भार्गव, डीएवी के केसी श्रीवास्तव, आरएन चैबे आदि प्रमुख थे.

वहां मन्नान मल्लिक, विधायक राज सिन्हा, डिप्टी मेयर नीरज सिंह, श्रीराम दूबे, यूएन पांडेय, अरविंदर कौर, रणविजय सिंह, मनोज मिश्रा, समर श्रीवास्तव, आइडी पासवान आदि भी पहुंचे. 

26 जनवरी को उनकी अंतिम यात्रा निकली. पहले उनका शव बस्ताकोला शिशु विहार, फिर आइएसएल झरिया और उसके बाद किड्स गार्डेन झरिया ले जाया गया.

वहां से गोविंदपुर खुदिया नदी के तट पर ले जाया गया. वहां काफी संख्या में उनके चाहनेवाले पहुंचे थे.

धनबाद क्रिकेट संघ के विनय कुमार सिंह, साधवेंद्र सिंह, अनूप झा, मनोज सिंह, जेके नायर, बालशंकर झा, बीएच खान, रत्नेश सिंह, संजय कुमार आदि थे.

आइएसएल झरिया में भी शोक सभा हुई.

28 जनवरी तक आइएसएल की स्कूलें बंद रहेंगी.

Web Title : TRIBUTE TO ISL GROUP FOUNDER LATE J K SINHA

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J K Sinha ISL