सांप्रदायिक सद्भावना का मिशाल दिया रांगामटिया गाँव के निवासियों ने

निरसा : गंगा जमुना तहजीब का जीता जागता उदहारण निरसा थाना अंतर्गत रांगामटिया गाँव के मुसलिम समुदाय के लोगो ने बुधवार को प्रस्तुत किया.

उन्होंने न सिर्फ एक दुसरे समुदाय की वृद्ध महिला को अपने घर में पनाह दिया बल्कि बुधवार को उसे गाँव के बेटी के रूप में विदा कर उसे उसके पुत्र के हवाले किया.

इस प्रसंग की सभी जगह चर्चा हो रही है.जंहा एक ओर लोग मजहबी उन्माद में एक दुसरे के खून के प्यासे बने हुए है.

वही यह वाक्या सांप्रदायिक सद्भावना का मिशाल पेश कर रहा है.

जानकारी के अनुसार बिहार राज्य के शेखपुरा जिले की 65 वर्षीया महिला पार्वती देवी बीते पांच माह पूर्व अपने घर से भूल कर धनबाद पहुँच गयी.

बदहवास अवस्था में वह धनबाद जिले के विभिन्न क्षेत्रो से घूमते हुए लगभग 15 दिन पूर्व रांगामटिया गाँव पहुंची.

वह काफी बदहवास अवस्था में थी. रांगामटिया गाँव के सफिक अंसारी ने उसे काफी दिलासा दिलवाया तथा उसे अपने घर ले गए.

उन्होंने उस बक्त उससे उसका परिचय पूछने का प्रयास किया. परन्तु वह बदहवासी में कुछ भी बता नहीं पा रही थी.

सफिक अंसारी ने उसे अपने घर में न सिर्फ पनाह दी बल्कि उसे अपनी माँ का दर्जा देते हुए अपने घर में रखा.

धीरे धीरे जब वह परिवार के सदस्यों से घुल मिल गयी.

तब उसने अपना परिचय देते हुए बताया की,वह शेखपुरा की रहने वाली है.

स्थानीय ग्रामीणों ने इस संबंध में निरसा थाना से संपर्क किया.

परन्तु थाना से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने पर उनलोगों ने शेखपुरा नगरनिगम के चेयरमैन से सम्पर्क किया.नगरनिगम के चेयरमैन ने स्थानीय थाना में इस बात की जानकारी दी.

जिसके बाद पता चला की,आज से पांच माह पूर्व महिला के परिजनों उसके गुम होने की शिकायत की थी.

शेखपुरा पुलिस ने पार्वती देवी के पुत्र श्रीराम गिरी को इस बात की जानकारी दी.

बुधवार को श्रीराम गिरी रांगामटिया गाँव पहुंचे.

जंहा ग्रामीणों ने उनका सत्कार किया तथा माँ व बेटे को विदा किया.

ग्रामीणों ने पार्वती देवी को विदाई के समय कपड़े, पैसे व अन्य सामग्री देकर विदा किया.

उक्त अवसर पर रांगामाटिया पंचायत की मुखिया नाजाद अंसारी, आल्टू अंसारी, कासिम अंसारी, लखी राय, इरसाद अंसारी सहित अन्य मौजूद थे.

Web Title : VILLAGERS OF RANGMATIA SHOWS HARMONY