वोल्वो ने एक हजार टिपर की बिक्री किया

धनबाद : विश्व विख्यात ट्रक निर्माता कंपनी वोल्वो ने झारखण्ड में एक हजार ट्रकों की बिक्री कर टिपर सेगमेंट में अपनी पकड़ को मजबूत बना लिया. राज्य में कोयला उत्पादन की तीन मुख्य कंपनी बीसीसीएल, ईसीएल तथा सीसीएल में वोल्वो के टिपरों की सहायता से लगभग 117 मीट्रिक टन कोयले की ढुलाई की.

इस संबंध में कंपनी के जी.वी. राव ने पत्रकारों को बताया कि वोल्वो के टिपर झारखण्ड में खनन कार्य को मदद कर रहा है.कोलियरी से ओवरबर्डन को हटाने में इनका 42 प्रतिशत योगदान है. कहा कि झारखण्ड में कंपनी ने 75 ग्राहकों एक हजार यूनिट की बिक्री कर खनन कार्य को बहुत सरल बना दिया है.

उन्होंने बताया कि कंपनी ने अपना टिपर 2005 में बेचा था. 2007 में यह एक सौ तक पहुंच गया. 2011 में कंपनी ने 500 टिपर का आंकड़ा प्राप्त किया. उन्होंने बताया कि आज कुछ उपभोक्ताओं के पास एक सौ से अधिक वोल्वो टिपर हैं.कंपनी के रामा राव ने पत्रकारों को बताया कि वोल्वो अपने आफ्टर सेल्स सपोर्ट के लिए ग्राहकों के बीच काफी लोकप्रिय है.

बताया कि राज्य में 34 सर्विस सेंटर हैं तथा धनबाद में इसके डीलर राजीव सबलोक का अपना वर्कशॉप भी है. उन्होंने कहा कि हाई परफॉमेंस हेवी ड्यूटी ट्रक्स में ग्लोबल तकनीकी लीडर के रूप में यह संस्थान वाहन चालक की भूमिका पर भी उतना ही बल देता है. बताया कि वोल्वे ने सुरक्षित ड्राइविंग के लिए भारत में 50 हजार से अधिक ट्रक चालकों को प्रशिक्षण दिया है.

वोल्वो के अधिकृत विक्रेता राजीव सबलोक ने पत्रकारों को बताया कि हमारे अफ्टर सेल्स सपोर्ट नेटवर्क ने एक मापदंड स्थापित किया है. इसमें ग्राहकों को साइट सपोर्ट, व्यापक सर्विस एग्रीमेंट, फ्लीट मेनेजमेंट समाधान व अन्य सर्विस शामिल है. सबलोक ने बताया कि भारत में वोल्वो का 60 प्रतिशत बाजार अंश है. आज वोल्वो ट्रक एक तिहाई कोयला उत्पादन में मदद करती है तथा माइन्स के ओवरबर्डन का परिवहन करती है.इस तरह यह देश के विकास में भी अपना योगदान देती है. 

Web Title : VOLVO MADE FORTIFICATION ON SOLD ONE THOUSAND TIPPER SEGMENTS