सीएमपीएफ बन गया घोटाले का संगठन!

धनबाद: कोयला खान भविष्यनिधि संगठन के धनबाद स्थित मुख्यालय पर शुक्रवार को धनबाद सीबीआइ की छापेमारी के बाद भी इस कार्यालय में शनिवार को कोई खास हलचल नहीं थी.

वह इसलिए कि सीएमपीएफ में सीबीआइ जांच कभी रुकी नहीं.

आज भी सीएमपीएफ से संबंधित दर्जनाधिक मामले सीबीआइ के पास लंबित हैं.

कई बार कोयलाकर्मियों के नाम पर किसी दूसरे को खड़ा कर पेंशन हड़प लेने की शिकायतें थाने में दर्ज हुई.

सीएमपीएफ कार्यालय में भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतें भी सीबीआइ को इस जांच एजेंसी के गठन के बाद से लगातार मिलती रही है.

सन 2001 में यहां असिस्टेंट कमिशनरों सहित अन्य प्रमुख पदों पर बहाली में घोटाले की शिकायत पर सीबीआइ ने जांच की थी.

दूसरी तरफ, कोलियरियों के निजीकरण के पहले से इस कार्यालय में भ्रष्टाचार आम रहा है.

कई बार सीएमपीएफ घोटाले पर हंगामा हुआ.

कई बार इस कार्यालय पर प्रदर्शन हुए.

कई बार कार्यालय में तोड़-फोड़ की भी घटनाएं हुई.

पुलिस कार्रवाई हुई.

इसके बाद भी सीएमपीएफ के हालात नहीं बदले.

यह अलग बात है कि कार्यालय को तोड़-फोड़ से बचाने के लिए सुरक्षा के खास प्रबंध किए गए.

कार्यालय की चहारदीवारी पर कांटेदार तार लगा दिए गए.

सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए.

कर्मियों के आवासों को भी महफूज रखने की व्यवस्था की गयी.

ताजा सीबीआइ छापा के बाद क्या कुछ बदलेगा या सीबीआइ की यह भी एक रूटीन छापेमारी साबित होगी.

फिलहाल, इसे लेकर कुछ कहना जल्दीबाजी होगी.

अंत में बता दें-सीएमपीएफ एट योर सर्विस फाॅर इवर, यह कोयला खान भविष्यनिधि संगठन का ध्येय वाक्य है. 

Web Title : CMPF OR SCAM ORGNISATION