शक्ति प्रदर्शन के साथ थमा चुनावी शोर

धनबाद: भाजपा की मोदी सहित दिग्गज नेताओं के साथ कारपेट बम बार्डिग और उससे मुकाबले में हांफती-परेशान विरोधी पार्टियों के साथ सभी ने शुक्रवार की शाम चुनावी शोर थमने के बाद राहत की सांस ली.

प्रचार के अंतिम दिन और अंतिम समय तक नेता-अभिनेताओं का यहां तांता लगा रहा.

प्रचार में हर मोर्चे पर भाजपा आगे रही.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौ दिसंबर को धनबाद के बरवड्डा मैदान में आए थे.

उनकी सभा में भीड् ने पिछले तीस साल का रिकार्ड तोड़ दिया.

तीस साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सहानुभूति लहर पर सवार होकर जब राजीव गांधी कांग्रेस के लिए वोट मांगने आए थे तब इसी मैदान में हुई उनकी सभा में कुछ ऐसी ही भीड़ उमड़ी थी.

वैसे हर दल की सभा में भीड़ संतोषजनक ही थी.

अलबत्ता, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यहां जिला परिषद मैदान में हुई सभा में कुछ सौ लोग ही गिने गए.

उनमें वाहनों के ड्राइवर, मूंगफली, ठेलावाले और तमाम मीडिया के लोग शामिल थे.

भूली में गुरुवार को हुई गृहमंत्री राजनाथ सिंह की सभा में इधर हाल के वर्षों में हुई सभाओं से अधिक भीड़ को भी भाजपाइ प्लस मान रहे हैं.

भूली बीते विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन की दृष्टि से कमजोर रहा था.

राजनाथ ने अपनी सभा में भूली की समस्याओं की चर्चा कर उसके समाधान की बात की.

इसके अलावा भाजपा ने अपने सहयोगी दलों के नेताओं को भी प्रचार के अखाड़े में उतारा.

इनमें रामविलास पासवान, सुदेश महतो, चिराग पासवान आदि हैं.

वहीं, प्रचार में आए दिग्ग्ज भाजपा नेताओं में स्मृति इरानी, शाहनवाज हुसैन, अर्जुन मुंडा, रघुवर दास, रवींद्र राय आदि हैं. कांग्रेस के प्रचार के लिए भी उनके कई दिग्गज यहां आए उनमें दिगविजय सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम माझी, नरेन्द्र सिंह, तिलकधारी सिंह आदि हैं.

झामुमो के लिए शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन ने प्रचार किया. बाबूलाल मरांडी यहां झाविमो का प्रचार करने आए.

Web Title : ELECTION CAMPAIGN STALLED WITH HUGE SHOW OFF