निरसा : गत वर्ष निरसा थाना क्षेत्र के मुगमा इंदिरा नगर कॉलोनी निवासी लालू ओझा व इस वर्ष जुलाई माह में मुगमा निवासी श्रवण अग्रवाल के आवास में हुई डकैती के मामले में निरसा पुलिस ने सोमवार को एक आरोपी अजरुन भुइयां उर्फ धनेश्वर को नाटकीय ढंग से दबोच लिया.
उसके पास से एक देसी रिवाल्वर व दो जिंदा कारतूस बरामद हुए. पुलिस का कहना है कि दोनों डकैती के मामलों में इसी गिरोह का हाथ था. अब तक तीन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ने में सफलता प्राप्त की है. गिरोह का सरगना भी जल्द पकड़ा जाएगा.
ग्रामीण एसपी एचपी जनार्दनन ने बताया कि निरसा पुलिस सोमवार को गुप्त सूचना पर फटका पुल के समीप वाहन जांच शुरू कर रही थी. इसी दौरान पुलिस को देख निरसा निवासी अजरुन उर्फ धनेश्वर भागने लगा. पुलिस ने उसे दौड़ाकर पकड़ा और उसके पास से हथियार बरामद किया.
अजरुन व अन्य अपराधियों ने दोनों कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है. अजरुन भुइयां ने घटनास्थल पर पुलिस के साथ जाकर श्रवण अग्रवाल के घर में कैसे डकैती डाली इसकी जानकारी भी दी.
बताया कि श्रवण अग्रवाल के आवास के पीछे बने धौड़ा के रास्ते से मुगमा रेलवे स्टेशन स्थित चाहरदीवारी फांदकर घर में घुसे और वहां तैनात तीन सुरक्षाकर्मियों को बंधक बना लिया. इसके बाद छत के रास्ते घर में दाखिल हुए और वहां एक महिला को कब्जे में लेकर कहां संपत्ति रखी है यह जानकारी ली.
गिरोह में प. बंगाल के गुर्गे शामिल हैं. लूट का सामान अभी सरगना के पास है. 8 जुलाई की रात श्रवण अग्रवाल के आवास में डकैती की घटना हुई थी. 4 सितंबर को निरसा पुलिस ने शंकर व धैया के साधु डोम को गिरफ्तार किया. हालांकि पुलिस के हाथ लूटा गया माल अभी तक नहीं लगा है. इस दौरान थाना प्रभारी रामेश्वर उपाध्याय, पुलिस अधिकारी रामाशीष सिंह भी मौजूद थे.