रांची, धनबाद एवं जमशेदपुर के बीच इंण्डस्ट्रीयल कोरीडोर की होगी स्थापना : मुख्यमंत्री

धनबाद : 69वें स्वंतत्रता दिवस के अवसर पर रांची के ऐतिहासिक मोराबादी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर तिरंगा फहराना, यह भारतीय लोकतंत्र की शक्ति और क्षमता को उजागर करता है.

सीएम ने कहा कि यह आजादी हमें सस्ते में नहीं मिली है. एक तरफ महात्मा गांधी के नेतृत्व में आजादी के अहिंसात्मक आंदोलन में लाखों नर-नारियों ने कारावास में यातनाएँ सहन की तो दूसरी ओर हजारों क्रांतिकारियों ने हँसते-हँसते फाँसी का तख्ता चूमकर अपने प्राणों का बलिदान दिया.

हमारी आजादी इन सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों की देन है. हम सब मिलकर इनको हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करें और प्रतिज्ञा करें कि हम इस आजादी की रक्षा करेंगे, भले ही इसके लिए सर्वस्व की आहुति क्यों न देनी पड़े.

सीएम ने कहा मैं आज के दिन भारतीय सेना के नौजवानों को नमन करता हूँ जो राष्ट्र की स्वंतत्रता और अखंडता के लिए अपने घर और प्रियजनों से दूर, अपना सिर हथेली पर रखकर रात-दिन हमारी सीमा की रखवाली करते हैं, कभी -कभी वीर गति को भी प्राप्त हो जाते हैं, उन सब पर हम सभी को नाज है, गर्व है.

व्यक्तिगत जीवन हो या राष्ट्रजीवन, स्वतंत्रता दिवस की 69वीं वर्षगाँठ, जीवन का लेखा-जोखा लेने का स्वर्णिम अवसर है. हम सबके लिए आज का क्षण भी सिहांवलोकन का क्षण है, आत्म परीक्षण का क्षण है.

हम संसद और विधान मंडलों के सदनों में ऐसा व्यवहार करते है कि जिसे स्कूल की कक्षा में कोई भी शिक्षक बर्दाश्त नहीं करेगा. लोकशाही चर्चा से चलने वाली है. संसद तथा विधान सभाओं की कार्यवाही में अनुशासनहीनता तथा बार-बार बाधा डालने के प्रयास दुर्याग्यपूर्ण है. विपक्ष को कहने का और सत्ता पक्ष को करने का अधिकार होना चाहिए दोनों एक दूसरे के पूरक है, विरोधक नहीं.

सीएम ने कहा हमें अपने राज्य और राष्ट्र पर अभिमान है. हमें गर्व है कि आज हमारा देश विश्व मानचित्र पर एक शक्तिशाली एवं स्वाभिमानी राष्ट्र के रूप में स्थापित हो रहा है. जहाँ तक झारखण्ड राज्य की विषेशता का प्रश्न है तो अन्याय एवं अत्याचार के विरूद्ध संघर्ष करना हमारी पहचान रही है.

1767 से लेकर आजादी तक संघर्ष एवं आजादी से आजतक की यात्रा में उलगुलानों से ओत-प्रोत हमारे पूर्वजों की गाथाएँ स्वर्ण अक्षरों में अंकित हे. झारखण्ड में प्रकृति ने अपना वैभव उन्मुक्त हस्त से लुटाया है. हरे-भरे पहाड़ हैं, नदियां हैं, वन है, खनिज है, सामर्थ्यवान मानव संसाधन है. यहाँ की धरती संपति से भरी हुई है, संपदाओं से भरी हुई है. लेकिन इसके वाबजूद भी उनका सही इस्तेमाल करके राज्य को समृद्धि की ओर ले जाने में इच्छित सफलता नहीं मिल सकी है.

आजादी के बाद छः दशक एवं अलग राज्य के 14 साल के बाद राज्य की जो तस्वीर उभर रही है, वह बहुत अच्छी नहीं है. मैं यह नहीं कहता कि पिछले सालों में कुछ नहीं हुआ. लेकिन यह शिकायत जरूर है जितना काम होना चाहिए था, उतना नहीं हुआ है और जिस ढंग का काम होना चाहिए था उस ढंग का काम नहीं हुआ. विकास की कमी के कारण असंतोष पैदा होता है और जब असंतोष बढ़ जाता है, कानून और व्यवस्था के लिए चुनौती बन जाता है.

सीएम ने कहा राज्य में आदिवासी जमीन के अवैध हस्तान्तरण से जुड़े लोगों की गहरी जड़ों को उखाड़ फेंकने का हमारा संकल्प है. हमने मुख्य सचिव स्तर के पदाधिकारी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय जाँच हेतु ‘विषेश जाँच दल’ का गठन किया है जो आज के दिन से ही अपना कार्य प्रारम्भ कर रहा है.

झारखण्ड सरकार एवं रेल मंत्रालय के बीच लगभग तीन वर्षों से मृतप्राय एम.ओ.यू. का नवीनीकरण किया गया, जिससे झारखण्ड के छः महत्वपूर्ण रेल परियोजानाओं को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है. ये सभी परियोजनायें अगले दो वर्ष के अंदर पूरी हो जायेंगी.

राज्य में सड़कें जितनी मजबूत होगी, राज्य के विकास की गति उतनी ही मजबूत होगी. सरकार गठन के पश्चात हमने सड़कों की सुध ली तथा छोटी-बड़ी सड़क परियोजनाओं पर कार्य करना प्रारम्भ किया.

रांची-बोकारो-धनबाद एक्सप्रेस-वे तथा रांची, धनबाद एवं जमशेदपुर के बीच इंण्डस्ट्रीयल कोरीडोर की स्थापना सरकार की कुछ ऐसी बड़ी परियोजनायें हैं, जो आने वाले दिनों में राज्य के विकास को नया आयाम प्रदान करेंगी. हमने 600 किलोमीटर पथ एवं 20 पुल निर्माण का कार्य रिकार्ड समय में पूर्ण किया है.

सीएम ने कहा राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने एनटीपीसी के साथ 4 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन को लेकर एम.ओ.यू. किया है. इसके अलावे गाँव-गाँव तक बिजली पहुँचाने के लिए दीनदयाल उपाध्याय योजना पर भी कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है.

अक्षय ऊर्जा के स्रोतों का पूर्ण उपयोग करने हेतु सभी सरकारी भवनों पर रूफटॉप सोलर पॉवर प्लांट लगाने व छात्र-छात्राओं के बीच सोलर एल.ई.डी. स्टडी लैम्प के निःशुल्क वितरण की भी हमारी योजना है.

शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार और शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अबतक प्राथमिक विद्यालयों के लिए उर्दू शिक्षक सहित 5,039 शिक्षकों की नियुक्ति की है. निकट भविष्य में 35835 शिक्षकों की नियुक्ति विभिन्न विद्यालयों के लिए की जानी है.

कार्यक्रम के अंत में सीएम ने अपील करते हुए कहा कि -सबका साथ-सबका विकास- के हमारे सपने को आप सभी अपना भी सपना बनाइये.

हम सभी मिलकर अपने रचनात्मक एवं सकारात्मक ऊर्जा का उपयोग झारखण्ड के नवनिर्माण एवं सर्वांगीण विकास के लिए करें. हमें उम्मीद है कि आप सभी के सहयोग और संकल्प से हम झारखण्ड को एक विकसित एवं समृद्ध राज्य बनाने में जरूर सफल होंगे.

Web Title : CM RAGHUVAR DAS ANNOUNCED TO ESTABLISHED INDUSTRIAL CORRIDORS BETWEEN RANCHI DHANBAD AND JAMSHEDPUR