प्रमाणपत्र के लिए बेदिया जाति का सांप के साथ प्रदर्शन

धनबाद : अपनी मांगो को सरकार या प्रशासन के समक्ष रखने के किये लोग आम तोर पर धरना ,प्रदर्शन या भूख हड़ताल जैसे रस्ते चुनते है. लेकिन बेदिया जाति के विकास और उत्त्थान के लिए झारखंड बांग्ला भाषा उन्नयन समिति ने अपनी मांगो को एक अनोखे ढंग से रखा.

बेदिया जाति जिनका मुख्य पेशा जड़ी बूटी बेचना सांप पकड़ना और सांप के करतब दिखाना है. उन्होंने धनबाद के रंधीर वर्मा चौक पर सांप लेकर प्रदर्शन किया और सरकार के समक्ष अपनी मांगे रखी.

समिति ने एक रैल्ली भी निकली जो उपुक्त कार्यालय से होते हुए रंधीर वर्मा चोक पर एक सभा में तब्दील हो गयी. सभा को संबोधित करते हुए समिति के संस्थापक बेंगु ठाकुर ने बताया की सरकार के अंतिम व्यक्ति तक कल्याणकारी योजना पनुचाने की सारी योजना बेकार साबित हो रही है.

बेदिया जाति के लोग समाज के अंतिम व्यक्ति है लेकिन अज भी बेदिया जाति के बच्चे काफी म्हणत से पढाई तो कर लेते है लेकिन ये जानते हुए की बेदिया जाति के लोग मुलवाशी रहने के बाद भी भूमिहीन है उन्हें सरकारी नौकरी के लिए जाति, आवासीय और नियोजन प्रमाणपत्र जमा करना अनिवार्य किया जाता है.

समिति ने बेदिया जाति का सरकारी रशीद ओउर्र परचा को ही आधार मानते हुए उन्हें जाति, आवासीय, और नियोजन प्रमापत्र मुहैया करने की मांग को लेकर उपायुक्त को ज्ञापन सोंपा है. आगे समिति ने मांगे नहीं मानने पर पुरे प्रदेश में आन्दोलन करने की चेतावनी दी है  

 

Web Title : CERTIFICATION OF THE BEDIYA CAST PERFORMANCE WITH SNAKE