शिल्पकार वीरेन्द्र ठाकुर ने लगायी अपनी कलाकृतियों की प्रदर्शनी

धनबाद : धनबाद महज कोयला की राजधानी मात्र नहीं है.

यहां एक से बढ़कर एक कलाकार व शिल्पकार छूपे हुए हैं.

वैसे ही एक छूपे शिल्पकार वीरेन्द्र ठाकुर हैं.

वे लकड़ी को जोड़कर वैसा कलाकृति बना देते हैं जो देखने में जीवंत लगता है.

अंग्रेजी में इस कला वुड कोलाज कहा जाता है जिसका शाब्दिक अर्थ भिन्न—भिन्न चीजों को जोड़कर बनाए जाने वाले कलाकृति है.

गांधी सेवा सदन में उन्होंने अपनी वुड कोलाज की दो दिवसीय प्रदर्शनी लगायी है.

धनबाद के कलाप्रेमी लोगों को उनकी कलाकृति खूब भा रही है.

प्रदर्शनी में गौतम बुद्ध, स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी, मदर टेरेसा आदि की वुड कोलाज आकर्षक है.

प्रदर्शनी में लगायी गयी कलाकृतियां ब्रिकी के लिए भी उपलब्ध है.

वीरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि धनबाद की यह पहली प्रदर्शनी है जिसमें लकड़ी के टुकड़े को जोड़कर कलाकृति के रूप में प्रदर्शित किया गया है.

वुड कोलाज को विश्व की अनोखी कला भी कहा जाता है.

इस कला को सीखने के लिए उन्होंने कड़ी मिहनत की है.

 

Web Title : CRAFTSMAN VIRENDRA THAKUR APPLIED HIS ART EXHIBITION