विस्थापितों की त्रिपक्षीय वार्ता विफल

धनबाद : पंचेत मैथन डीवीसी विस्थापित मामले में आज एडीएम ला एण्ड आर्डर की अध्यक्षता में त्रिपक्षीय वार्ता हुई. वार्ता में एडीएम राकेश दुबे के साथ -साथ एसडीओ महेश संथालिया , घटवार आदिवासी महासभा के जनक रामाश्रय सिंह एवं कंपनी के अधिकारी उपस्थित हुए.

आज की यह वार्ता बेनतीजा रही. महासभा के जनक रामाश्रय सिंह का आरोप है कि कंपनी को तीन मुख्य बिन्दूओ पर सूची उपलब्ध कराने के लिए कहा गया जिसे उपलब्ध कराने में प्रबंधन नाकाम रही. पिछली वार्ता की तरह है रिकार्डडेड टेप की तरह कंपनी के लोगो ने अपनी बातों को दोहराने का काम किया.

उन्होने कहा कि महासभा की मांग है कि प्रबंधन ने जिन 9 हजार फर्जी विस्थापितो को मुआवजा देने की बात कहते आ रही है उन सभी की सूची जारी करें साथ ही राज्य सरकार पुरे मामले की जांच सीबीआई से कराये ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

उन्होने कहा कि इस मांग के साथ आने वाले दिनो में तमाम विस्थापित दिल्ली एवं रांची में सभी महिला पुरूष विस्थापित पुर्ण नग्न प्रदर्शन के लिए बाध्य होगी. इधर डीवीसी के अपर निदेशक ने साफ किया है कि विस्थापितो की जमीन वर्ष 1950 में तत्कालीन राज्य सरकार के द्वारा अधिग्रहण की गयी थी औा सरकार ने संबन्धित विस्थापितो को नियोजन दे चुकी है.

महासभा और प्रबंधन के बीव मध्यस्ता कराने में जुटे प्रशासन की ओर से एडीएम ने कहा कि वार्ता में काफी कुछ चर्चाए हुई है.

समस्या के समाधान की दिशा में कंपनी के अधिकारियों ने कंपनी के उच्च पदेन अधिकारियों को मामले से अवगत कराने का समय लिया है.

विस्थापितो के द्वारा नग्न प्रदर्शन के सवाल पर उन्होने कहा कि यह एक अशलिलता फैलाना जैसा है और कोई भी कानून के विरूद्ध जायेगा उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.  

Web Title : DISPLACED TRIPARTITE TALKS