डॉक्टर का दर्जा भगवान के समान – राज्यपाल

धनबाद : झारखण्ड ओर्थोपेडिक एसोशिएसन (जेकॉन) की 9वीं वार्षिक आमसभा में मुख्य अतिथि झारखण्ड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि डॉक्टर भगवान के समान होते हैं. लोग उनको चलता फिरता भगवान मानते हैं.

जिस प्रकार लोगों को भगवान जीवन देते हैं उसी तरह से दिल की धड़कन रुकने या सांसें रुकने से लोग डॉक्टर के पास अपने जीवन बचाने के लिए जाते हैं.

आप भगवान का काम करना और लोगों के दिल में बसे रहना. गांव में डॉक्टर, शिक्षक तथा अधिवक्ता को लोग भगवान के समान पूजते हैं क्योंकि मुसिबत की घड़ी में वे काम आते हैं. आप भी यही भावना रखना और लोगों का विश्वास कायम रखना.

राज्यपाल ने कहा कि ऐसी सभा डॉक्टरों के लिए एक-दूसरे के विचार, कुशलता और हुनर को साझा करने का सबसे सर्वश्रेष्ठ अवसर साबित हो सकता है. विचार, कुशलता और हुनर के अदान-प्रदान का सीधा लाभ समाज को मिलता है. उन्होंने कहा कि भाग-दौड़ की वर्तमान स्थिति में अधिकतर लोग हड्डी रोग से ग्रसीत होते हैं.

दुर्घटना के समय अधिकतर लोगों को हड्डी विशेषज्ञ की आवश्यकता पड़ती है. ऐसी परिस्थिति में तत्काल उपचार प्राप्त होने से मरीज को जीवनदान मिल सकता है. कहा डॉक्टरी पेशा में उच्च आचार-विचार की आवश्यकता होती है. मरीज के प्रति उनका रवैया तथा चरित्र भी उच्च कोटी का होना चाहिए.

समारोह में जेकॉन के झारखण्ड अध्यक्ष डॉ. डी.पी. भूषण ने बताया कि राज्य में 80 से 90 प्रतिशत लोग विटामीन-डी की कमी से ग्रसीत है. इस पर राज्यपाल ने कहा कि इस मुद्दे पर वे सरकार से राज्यव्यापी कार्यक्रम चलाने के लिए आग्रह करेग.

उल्लेखनीय है कि संस्था के पूरे भारत में 11 हजार सदस्य है. झारखण्ड में इसके 200 सदस्य हैं. प्रति वर्ष 4 अग्सत को संस्था द्वारा बोन एण्ड जोइंट डे मनाया जाता है.

समारोह में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मु, डॉ. डी.पी. भूषण, डॉ. संजय जैन, डॉ. मुकेश प्रसाद, डॉ. मंजीत सिंह संधु, डॉ. एन.डी. कच्छप, डॉ. डी.सी. पानीग्रही, आइ.एम.ए. के झारखण्ड स्टेट अध्यक्ष डॉ. ए.के. सिंह, कोलकाता के प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश राजपूत सहित झारखण्ड, मुंबई, राजस्थान व देश के अन्य स्थान से डॉक्टर शामिल थे.

Web Title : DOCTORS LIKE GOD STATUS : GOVERNOR