5 गांवों को मॉडल गांव बनाएगा आईएसएम

धनबाद : गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए भारत सरकार ने नमामि गंगे परियोजना से देश के सभी आईआईटी, आईएसएम और एनआईटी को जोड़ा है. उसने इन सभी संस्थानों को हरिद्वार से गंगासागर के बीच गंगा के किनारे बसे गावों को गोद लेने का निर्देश दिया है. संस्थानों को उन गांवों को मॉडल गांव बनाने का जिम्मा सौंपा गया है.

इस क्रम में इंडियन स्कूल ऑफ माइंस (आईएसएम) को भी साहेबगंज के पांच गांव गोद लेने का निर्देश दिया गया है. इस परियोजना की जिम्मेवारी आईआईटी कानपुर को सौंपी गई है. सभी संस्थानों से 29 जून तक आवंटित गांवों की सर्वे रिपोर्ट मांगी गई है. आईएसएम की 15 सदस्यीय टीम ने इस सिलसिले में साहेबगंज जिले के 12 गांवों का सर्वे करवाया है. उनमें से पांच का चयन मॉडल गांव के लिए किया जाएगा.

आईएसएमप्रशासन ने नमामि गंगे परियोजना पर काम की जिम्मेवारी पांच विभागों को सौंपी है.

ये हैं - डिपार्टमेंट ऑफ केमिकल इंजीनियरिंग, इन्वायर्नमेंटल साइंस इंजीनियरिंग, ह्यूमिनिटी एंड सोशल साइंस, सिविल इंजीनियरिंग और डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज.

 

Web Title : ISM WILL MADE 5 MODEL VILLAGES