असंभव को संभव बनाया कृष्णावतार नेः महामंडलेश्वर आत्मानंद सरस्वती जी

झरियाः झरिया स्थित राणी सती मंदिर में गुरूवार को यानी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ  में  31 अगस्त को, व्यास पीठ पर आसीन महामंडलेश्वर 1008 श्री आत्मानंद सरस्वती जी महाराज ने श्रीकृष्ण के अवतार, उनके आर्विभाव, अधर्मियों के संहार का बखान कर श्रोताओं को अभिभूत किया.

राजनीतिवेत्ता ही नहीं, महान कर्मयोगी एवं दार्शनिक भी थे कृष्ण
आत्मानंद जी ने कहा कि कृष्ण के अवतार में एक महान कर्मयोगी एवं दार्शनिक भी छिपा हुआ था. उनकी गीता का ज्ञान समस्त मानव जाति एवं सभी देश-काल के लिए पथ-प्रदर्शक है.

कृष्ण जन्मोत्सव के लिए हुई विशेष तैयारियां
गांगेसरिया परिवार द्वारा आयोजित इस ज्ञान यज्ञ के चैथे दिन कृष्ण जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में खूब सजावट की गयी थी. नन्दलाला के आगमन की तैयारियां बड़े शानदार तरीके से की गयी थी. आयोजकों द्वारा की गयी साज-सज्जा देखते ही बन रही थी.

कृष्ण की लीलाओं के पीछे छिपा है अधर्म का विनाश
महामंडलेश्वर 1008 श्री आत्मानंद सरस्वती जी महाराज ने कृष्णावतार का वर्णन करते हुए कहा कि, ‘‘द्वापर युग में कृष्ण का जन्म लेने का मूल उद्देश्य ही अधर्म का संहार करना था. उनकी विविध लीलाओं में भी अधर्म को खत्म करने का गूढ़ तत्व छिपा हुआ है.’’

ईश्वर भक्ति से बढ़कर और कुछ नहींः
महामंडलेश्वर आत्मानंद जी ने कहा कि, ‘‘ईश्वर भक्ति लोगों के सारे सांसारिक दुःख हर लेता है. काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मत्सर जैसे शत्रुओं से बचने का एकमात्र उपाय ईश्वर की भक्ति ही है.’’

नंद घर आनंद भयो........
कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर यजमान परिवार की ओर से एक बालक को शिशु कृष्ण के रूप में उपस्थित करवाया गया एवं पूरे घटनाक्रम का नाट्य-रूपांतरण किया गया, जिसके भावपूर्ण मंचन से श्रद्धालु निहाल हो गये.

 

Web Title : LORD KRISHNA MADE IMPOSSIBLE THINGS POSSIBLE : MAHAMANDALESHWAR ATMANAND SARASWATI

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