मेयर , डिप्टी मेयर आमने - सामने

धनबाद . शुक्रवार को डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह की अध्यक्षता में पाषर्दो की बैठक नगर निगम कार्यालय में हुई . बैठक में मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल की कार्यशैली पर भी सवाल उठाये गयें . मौके पर पार्षद निर्मल मुखर्जी, अशोक पाल , प्रिय रंजन , मनोरंजन सिंह , अशहरी खातून , मौसमी कुमारी , गुलाम ख्वाजा आबाद , निशार आलम , साहेब लाल हेम्ब्रम , अशोक यादव , अंजिला देवी मौजुद थे . बैठक के उपरांत पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह ने बताया कि मेयर सिर्फ शेखी बखारते है .

एक वर्ष के अंतराल में उन्होने विकास का कोई काम नही किया . पूर्व के मेयर के कार्यकाल में 20 अक्टुबर 2010 को जितनी योजनाएं पास हुई उसी का काम दिख रहा है . मेयर चंद्र शेखर अग्रवाल कोई नई योजना नही ला पाये है . जितनी भी योजनाओ के बारे में मेयर के द्वारा बात की जाती है वह बस जनता को सब्जबाग दिखाने के लिए है . सभी योजना कागज पर धरी है . पिछले दिनो बस टर्मिनल को लेकर मेयर आम जनता के बीच गये आज बस टर्मिनल की योजना खटाई में है .

सूर्या कंपनी से लिया गया है कमीशन

डिप्टी मेयर ने मेयर चन्द्र शेखर अग्रवाल पर संगीन आरोप लगाये है . उन्होने मिडिया को बताया कि एलईडी लाईट का टेंडर सूर्या कंपनी को कमीशन लेकर दिया गया है . जब्कि सूर्या ब्लैक लिस्टेट कंपनी है . आखिर किस आधार पर उसे टेंडर मिला . इससे साफ पता चलता है कि कमीशन का बड़ा खेल खेला गया है . उन्होने कहा की इस मामले को लेकर केन्द्रीय मंत्री वैंकया नायडु को पत्र भी लिख चुके है . जिसमें सूर्या के काले कारनामे को बतलाया है .जिसके बाद वैंकया नायडु के कहने पर कार्रवाई हुई और 10 करोड़ के टेंडर में 8 करोड़ की राशि रद्द की गई .

वर्तमान में 2 करोड़ की राशि पर कंपनी कार्य कर रही है . आखिर यह कैसे हुआ इसमे मेयर चंद्र शेखर अग्रवाल का हाथ है . उन्होने कहा नगर निगम में वन मैन शौ चल रहा है . मेयर जो चाहते है वही हो रहा है . पार्षदो का अधिकार छीना जा रहा है . जनता ने पार्षदो को घर पर बैठने के लिए नही चुना है अगर पार्षदो को उनका अधिकार नही मिला तो मेयर के खिलाफ आन्दोलन जारी रहेगा .   

Web Title : MAIR FACE OFF DEPUTY MAIR