City Live Impact : धनबाद के रैंचो 'रूद्र' को झारखण्ड मिनिस्ट्री से बुलावा

धनबाद : धनबाद के बलियापुर प्रखंड के एक छोटे से क़स्बा सिंदूरपुर का "गुदड़ी का लाल" रूद्र नारायण मुखर्जी अपनी जुगाड़ तकनीकी के कारण काफी मशहूर है.

उसने अब तक दर्जनों नायाब उपकरणों का ईजाद किया है.

हाल में उसने एक अत्यानुधिक हेलमेट का निर्माण किया है जो आपकी बाइक की सुरक्षा के साथ-साथ दुर्घटना के समय उनके परिजनों को इसकी खबर भी पहुंचाएगा.

रूद्र का यह डिवाइस "ऑटो सेफ" सिटी लाइव में ऑनलाइन प्रकाशित होने के बाद वह लगातार सुर्ख़ियों में बना हुआ है.

नतीजा यह है की प्रधानमंत्री की महत्वपूर्ण योजना ´मेक इन इंडिया´ के अधिकारीयों के पास उसके प्रोजेक्ट कि खबर मिली, जिसेको काफी सराहा गया.

उसकी काबिलियत का ही नतीजा है की विभाग ने झारखण्ड सरकार को इसकी सुचना देकर रूद्र से मिलने को कहा.

जिसके बाद रांची मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा उससे संपर्क कर अपने प्रोजेक्ट रिपोर्ट के साथ आने का न्योता दिया गया है.

रूद्र के लिए यह एक परीक्षा कि घड़ी से कम नहीं है, वहाँ उसे 22 जून को मुख्यमंत्री सचिवालय में अपने द्वारा बनाए गए प्रोजेक्टस को विशेषज्ञों की उपस्तिथि में डेमोंस्ट्रैशन करना होगा.

उसके बाद प्रोजेक्ट को स्वीकृति के लिए भारत सरकार को भेज दिया जाएगा.

 

हैदराबाद की कंपनी ने साथ काम करने कि इच्छा जताई

इतना ही नहीं हैदराबाद की एक कंपनी के सीईओ नरसिम्हा राव ने भी उसके प्रोजेक्ट में काफी दिलचस्पी दिखाई है.

उन्होंने बीते दिनों सिम्फर से संपर्क कर रूद्र से मीटिंग किया.

वहां पर उन्होंने रूद्र के द्वारा बनाये गए "ऑटो सेफ" का सिम्फर के वैज्ञानिकों की उपस्तिथि में लाइव डेमोंस्ट्रैशन देखा और उससे घंटो बातचीत किया.

उन्होंने रूद्र के प्रोजेक्ट्स पर काम करने की इच्छा जाहिर किया.

सिम्फर के वैज्ञानिक जी. एम. प्रसाद  ने भी उसके काम को सराहते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.

 

सिटी लाइव का जताया आभार

रूद्र नारायण मुखर्जी का कहना है कि सिटी लाइव ने रूद्र के द्वारा किये गए अविष्कारों को प्रमुखता से दिखाया था. जिसकी वजह से वह हमेशा सुर्ख़ियों में बना रहा.

आज उसीका परिणाम है की 22 जून को मुख्यमंत्री सचिवालय से रूद्र को "ऑटो सेफ" डिवाइस के डेमोंस्ट्रैशन के लिए बुलाया गया है.

Web Title : RUDRA NARAYAN MUKHERJEE GOT INVITATION FROM JHARKHAND MINISTRY TO DEMONSTRATE HIS PROJECT AT RANCHI