कोयला हड़ताल से थमा चक्का

धनबाद : कोयला उद्योग में हड़ताल पहले दिन सोमवार को कामयाब रही.

डंपरों, डोजर और उसके साथ मजदूरों और तमाम धंधेवालों का शोर थम सा गया.

कोयला खानों के निजीकरण से संबंधित अध्यादेश और इसे कानून बनाने की कोशिशों के खिलाफ मजदूर संघों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंका है.

भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ के कार्यालय में हड़ताल की समीक्षा के लिए संयुक्त मोर्चा की मीटिंग हुई.

इसमें बीएमएस के बिंदेश्वरी प्रसाद, इंटक से एके झा व ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, ओपी लाल, बिहार जनता खान मजदूर संघ के रणविजय सिंह, इसके अलावा अन्य यूनियनों के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे.

हड़ताल की सफलता के लिए हर जगह अलग-अलग तरीके अपनाए गए.

कोयला भवन में काम करनवालों को फूल दिए गए.

उन्हें हड़ताल में शामिल करवाने के लिए गांधीगीरी की.

विकास भवन के बाहर राजपुरा प्रोजेक्ट के हड़तालियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया.

बताते हैं यदि हड़ताल चलती रही तो बिजली घरों में कोयले की किल्लत से उत्पादन पर असर हो सकता है.

Web Title : STRIKE IN COAL INDUSTRIES AT DHANBAD