कोयला उद्योग में राष्ट्र्व्यापी हड़ताल

धनबाद : कोल इंडीया लिमिटेड और उसकी आठ सहयोगी कंपनी में हड़ताल का व्यापक असर पड़ा है.

हड़ताल पर सीआईएल और उसके सभी सहयोगी कंपनियों के 3.58 लाख कर्मचारी और मजदूर है हड़ताल पर.

इनके सीआईएल में आउट सोर्सिंग कर रही करीब 200 छोटी बड़ी कंपनयों 45 हजार कर्मी भी गए हड़ताल पर.

एक दिन में सभी में 1.4 मिलियन टन कोयला उत्पादन हुआ प्रभावित.

एक 1.5 मिलियन टन कोयला नहीं पहुंचे पावर प्लांट तक

 

हड़ताल पर है चार युनियन

  1. ऑल इंडीया ट्रेड युनियन कांग्रेस (एटक)
  2. भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस)
  3. इंडीयन नेशनल ट्रेड युनियन कांग्रेस (इंटक)
  4. हिंद मजदूर सभा (एचएमएस)
  5. सेन्ट्रल ट्रेड युनियन (सीटू) सीधे तौर हड़ताल में शामिल नहीं किंतु उसने इस पांच दिन हड़ताल का समर्थन किया है.

 

एक दिन के हड़ताल से कोल इंडीया लिमिटेड को 2700 करोड़ का नुकसान.

पांच दिनों के हड़ताल में 13500 करोड़ नुकसान होने का अनुमान.

सीआईएल में एक दिन के हड़ताल से रेलवे को भी होगा 1500 करोड़ का नुकसान.

नहीं हो पा रही है रेल से कोयले का डिस्पैच.

शेयर मार्केट में सीआईएल के शेयर के भाव में भारी गिरावट की खबर है.


सीआईएल की सहयोगी कंपनियां है जहां हड़ताल है

1. भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल)

2. सेन्ट्रल कोल फील्ड लिमिटेड (सीसीएल)

3.कोल माइंस प्लानिंग एंड डेवलपनेंट इंडस्ट्री लिमिटेड (सीएमपीडीआई)

4.ईस्ट्रन कोल फील्ड लिमिटेड (ईसीएल)

5.महानदी कोलफील्ड लिमिटेड एमसीएल)

6.नॉर्थन कोल फील्ड लिमिटेड (एनसीएल)

7.सॉउर्थन कोल फील्ड लिमिटेड (एससीएल)

8.वेस्ट्रन कोल फील्ड लिमिटेड (ड्ब्ल्यू सी एल)

 

क्या कहते मजदूर नेता

राजेन्द्र प्रसाद सिंह (राष्ट्रीय महासचिव, इंटक) का कहना है कि सरकार सीआईएल को निजि हाथों में बेचना चाहती है. और हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे. सरकार को हर कीमत प विनिवेश से पीछे हटना ही होगा.

Web Title : STRIKE IN COAL INDUSTRIES AT DHANBAD