सूड़ी समाज ने अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग

धनबाद : झारखण्ड सूड़ी समाज कल्याण समिति के अधिवेशन में सूड़ी समाज को अनुसूचित जाति की श्रेणी में शामिल करने की मांग की गई. अधिवेशन हीरापुर स्थित अग्रसेन भवन में हुई जिसमें बड़ी संख्या में समाज के सदस्यों ने भाग लिया. अधिवेशन के मुख्य अतिथि सिंदरी विधायक फूलचंद मंडल थे. अध्यक्षता धनबाद बार काउंसिल के अध्यक्ष कंसारी मंडल ने की. संचालन जिलाध्यक्ष गौतम मंडल ने किया. अधिवेशन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि मार्च 2001 में समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से अनुसूचित जाति की दर्जा दिए जाने को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को मांग पत्र सौंपा था. मुख्यमंत्री ने इस पर विचार करने का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया था. इसके साथ ही राज्य के 21 विधायकों को मांग पत्र प्रतिनिधिमंडल ने सौंपा था. कंसारी मंडल ने कहा कि सूड़ी को अनुसूचित जाति का दर्जा दिए जाने की मांग संसद व विधानसभा में उठती रही है. पूर्व सांसद एके राय ने 1979 में संसद में यह सवाल उठाया था. उसके बाद से केसी हालदार, डाॅ. विजय गोपाल मंडल ने भी लोकसभा में इस मामले को उठाया था. पश्चिम बंगाल में सूड़ी  अनुसूचित जाति की श्रेणी में शामिल हैं, लेकिन झारखझड में नहीं. केन्द्र सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने झारखंड सरकार को राज्य के अनुसूचित जातियों व जन जातियों की सूची भेजी थी जिसमें सूड़ी जाति का भी उल्लेख था. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी 2013 में मांग पत्र सौंपा था. अधिवेशन को रेखा मंडल, डोरा मंडल, प्रफूल्ल मंडल, देवेन्द्रनाथ मंडल, नारायण चंद्र मंडल, हिमांशु मंडल, माधव मंडल, निर्मल मंडल, पंचानन मंडल, परितोष मंडल, भोलानाथ मंडल, तारापद मंडल, दिनेश साव, डॉ. प्रबोध मंडल आदि ने संबोधित किया.

Web Title : SUDI SOCIETY SEEKING TO JOIN THE SC