विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा के साथ ही जश्न में डूबा धनबाद

धनबाद : सोमवार का दिन धनबाद के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ है . राज्य सरकार ने धनबाद की सबसे पूरानी मांग को स्वीकार करते हुए, यहां विश्वविद्यालय खोलने का ऐलान किया है .इस ऐलान के साथ सोमवार को पूरा धनबाद जश्न के माहौल में डूब गया . सैकड़ों भाजपाई के साथ
साथ युवाओ ने रणधीर वर्मा चौक पर एकत्र हो कर जश्न मनाया . मौके पर बीजेपी जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह , मिल्टन पार्थ सारथी , रीता प्रसाद  मुकेश पाण्डेय , मानस प्रसुन्न , सत्येन्द्र आदि उपस्थित हुए थे .

विनोद बिहारी महतो के नाम पर खुलेगा विश्वविद्यालय बता दें कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोमवार को विधान सभा में झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेता एवं विनोद बिहारी महतो के नाम पर विश्वविद्यालय खोलने का ऐलान किया . इस विश्वविद्यालय का निर्माण विनोबा भावे विवि को बांट कर किया जायेगा . अभी धनबाद व उसके आसपास के जिले के कॉलेज व संस्थान विनोबा भावे विवि के अंतर्गत आते हैं .


करीब 40 कॉलेज होंगे नए विश्वविद्यालय में  धनबाद और आसपास के इलाके के लोगों का यहां विश्वविद्यालय की वर्षों पूरानी मांग है . खुलने वाले इस विश्वविद्यालय में धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, 18 अंगीभूत कॉलेज के अलावा लगभग 10 संबद्ध कॉलेज शामिल होंगे . इसके अलावा इस के अंतर्गत बीआईटी सिंदरी, गुरु गोविंद सिंह इंजीनियरिंग कॉलेज, केके कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट, गोविंदपुर और पाटलीपुत्रा मेडीकल कॉलेज अस्पताल भी शामिल होंगे . इस के साथ ही दो लॉ कॉलेज भी शामिल होंगे  .


राज्य का हो सातवां विश्वविद्यालय ,विनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय राज्य का सातवां विश्वविद्यालय होगा . अभी राज्य में रांची, विनोबा भावे, सिद्धु कान्हु, निलांबर पितांबर , कोलहान और एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है .वर्षो पूरानी है धनबाद में विश्वविद्यालय में खोलने की मांग चार दशक पूरानी है .

1992 में हजारीबाग में रांची विश्वविद्यालय को तोड़कर विनोबा भावे विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद इसकी मांग और तेज हो गई . झारखंड बनने के बाद हर राज्य सरकार ने इस संबंध में वादा तो किया था, लेकिन पीछले 15 वर्षों से यह मांग अधर में लटका हुआ था . आज इसकी घोषणा का हर वर्ग ने स्वागत किया है .

Web Title : THE UNIVERSITY ANNOUNCED THE OPENING CELEBRATION AS WELL AS DIPPED IN DHANBAD