राज्यभर के हाई स्कूलों में तेइस हजार शिक्षकों की जरुरत - शिक्षा मंत्री

धनबाद : राज्य भर के हाई स्कूलों में शिक्षकों की घोर कमी है. वर्तमान में राज्यभर में 23 हजार शिक्षकों की आवश्यकता है जबकि 23 सौ शिक्षक ही कार्यरत है.

इस कमी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. कुछ जगहों पर अड़चने भी आई थी जिसे दूर कर जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया के तहत इस परेशानी को दूर कर लिया जायेगा. उक्त बातें राज्य की शिक्षामंत्री नीरा यादव ने गुरुवार को धनबाद में पत्रकारों से कही.

मंत्री महोदया गुरुवार को निजी कार्यो से धनबाद पहुँची थी. कोडरमा जाने के क्रम में उन्होंने सर्किट हाउस में बीजेपी कार्यकर्ताओं और अभीभावक संघ से मुलाकात भी की.

सभी ने नीरा यादव को पुष्पगुछ देकर उनका जोरदार स्वागत किया. उन्होंने पत्रकारों को बताया की पिछली बार जब धनबाद आना हुआ था उसवक्त कोयलांचल विश्व विद्यालय की मांग हो रही थी.

आज सरकार ने इस मांग को पूरा कर दिया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही विश्व विद्यालय बनकर तैयार होगा. कार्य प्रगति पर है. मंत्री महोदया निजी विद्यालयों पर भी कड़ा रुख अख्तियार करती दिखी.

पत्रकारों के सवालो के जबाब में कहा कि सभी निजी विद्यालय प्रबंधन को 25 प्रतिशत बीपीएल परिवार के बच्चो का नामांकन लेना है जो विद्यालय आरटीइ के विपरीत जायेगी , उन विद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई होगी.

निजी विद्यालयों के फ़ी रेगुलेरती एक्ट के संबंध में कहा कि उन्होंने सभी राज्यो से इस संबंध में मार्गदर्शन मांगा गया है. सभी बिंदुओं पर अध्यन्न के बाद जो सही होगा उसे लागु किया जायेगा.

शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जब कभी ऐसे मामले में लिखित शिकायते मिलेंगी. उसपर जरूर कार्रवाई होगी.

तत्कालीन डीएसइ पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर कहा कि कार्रवाई जाँच की प्रक्रिया में है. उन्होंने महिलाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि राज्य के 11 जिलों में महिला डिग्री कॉलेज खोलने का निर्णय सरकार ने लिया है.

इसके अलावे वैसे जगह जहाँ पिछडो की संख्या ज्यादा है उन्हें शिक्षित करने के लिए 12 जिलों को चिन्हित किया गया है जहाँ मॉडल स्कूल खोला जाएगा जिसमे लड़के एवम लड़कियों दोनों को एक साथ पढ़ाया जायेगा.

उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने महिलाओं के हित का ध्यान रखते हुए महिला इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने के सपने को भी साकार किया है. रामगढ़ में इसकी आधारशिला भी रखी गई है.

पॉलिटेक्निक कॉलेज के सवाल पर कहा कि सरकार इसको लेकर भी गंभीर है. पहले से चल रहे पॉलिटेक्निक कॉलेज को और बेहतर करने एवम जरुरत के अनुसार पीपीपी मोड़ पर नए कॉलेज खोलने पर भी सरकार विचार कर रही है. शिक्षा मंत्री ने केजी में पढ़ने वाले बच्चों की पढाई की भीं जल्द व्यवस्था देने की बात कही है.

आराधना पटनायक से हुए विवादों पर मंत्री महोदया ने कहा कि विभागीय सचिव को मंत्री आदेश दे सकते हैं न की उनकी आदेशों को मानना मज़बूरी है ऐसे में जनता और जनहित से जुड़े फैसलों को लागु करना मजबूरी है.

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के संबंध में कहा कि सरकारी अफसरों और कर्मियों के बच्चे भी सरकारी विद्यालयों में पढ़े तो शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार आयेगा.

Web Title : THE LOCK IN SCHOOL IN THE SCHOOL RUNNING ON PAPER : EDUCATION MINISTER