मनरेगा योजना में कोताही बरतने वाले पंचायत प्रतिनिधि बर्खास्त होंगे: डीसी

धनबाद: रोजगार सेवक , पंचायत सेवक और मुखिया का मनरेगा के तहत काम करना अनिवार्य है कोताही बरतने वाले वैसे पंचायत प्रतिनिधियो के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार को लिखा जायेगा एवं सरकार से

उनके बर्खास्तगी की मांग की जायेंगी. उत्त बातें उपायुक्त कृपानंद झा ने कहीं .

 काम मांगो काम खोलो अभियान के तहत शनिवार को न्यु टाउन हाॅल में मनरेगा पर जिला ग्रामीण अभिकरण धनबाद द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया गया था जिसमें सभी बीडीओ सभी डीआरडीए सहकर्मी के अलावे सभी रोजगार सेवक , पंचायत सेवक  मुखिया एवं मनरेगा कर्मी उपस्थित हुए थे.

 कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए उपायुक्त ने मनरेगा कर्मियो का ध्यान आकृष्टि कराते हुए आगे कहा कि मनरेगा के तहत खासकर महिलाओ को जोड़ने का प्रयास होना चाहिए चुकीं महिलाएं जो पैसा कमाती है वह पैसा पुरूष की तुलना में महिलाएं ज्यादा कर परिवार के लिए खर्च करती है और इससे उनका जीवन स्तर भी ऊपर उठेगा.

 मनरेगा में रोजगार के क्षेत्र में अनुसुचित जाति से महज 16 प्रतिशत लोग ही जुड़ पाये है जब्कि यह प्रतिशत बढकर 32 प्रतिशत तक होना चाहिए साथ ही अनुसुचित जन जाति के 8 प्रतिशत ही लोग मनरेगा से जुड़ पाये है. ऐसी परिस्थिति में जिन एसटी , एसी परिवार का नाम सुची में दर्ज नही हो पाया है या फीर दुसरे में जुड़ गया है तो इसकी भी जांच करने की जरूरत है.

 उन्होने कहा कि मनरेगा से जुड़े मजदुरो की संख्या काफी कम है और यह चिंता का विषय है इसमें गहन चिंतन करने की जरूरत है. 256 पंचायतो में 50 के लगभग पंचायत शहरी क्षेत्र में लगभग 200 पंचायत शेष बचते है. और आकड़ा दर्शाता है कि महज 16 हजार लोग ही मनरेगा में कार्यरत है.

 एक पंचायत से महज 80 परिवार ही जुड़ पाये है जब्कि एक पंचायत में 1200 -1300 परिवार निवास करते है. आकड़ो के हिसाब से 60 हजार मजदुर रोज मनरेगा में काम करना चाहिए. इधर डीडीसी अशोक कुमार सिंह ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज के समय में मनरेगा योजना काफी महत्वपूर्ण हो गया है.

आज जिले में जल संचय की दृष्टि से डोभा का निर्माण कराया जा रहा है और पानी सभी के लिए जरूरी है राज्य भर में 6 लाख डोभा का निर्माण कराने का सरकार का लक्ष्य है धनबाद जिले में 27 हजार डोभा का निर्माण होना है और इस बरसात से पूर्व तक अगले 15 दिनो के भीतर साढे 6 हजार डोभा का निर्माण कराया जाना है जिसपर काम शुरू भी है. इस कार्यशाला में बतौर ट्रेनर उपस्थित हुए अजीत कुमार ने प्रोजेक्टर के माध्यम से मनरेगा की योजना और डोभा निर्माण की वस्तु स्थिति की विस्तृत जानकारी दी.   

Web Title : THOSE FOUND GUILTY IN MNGRA TO SUSPEND DC