तीन दिवसीय स्वाभिमान उत्सव शुरू

धनबाद : राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन का तीन दिवसीय प्रांतीय प्रशिक्षण शिविर सह स्वाभिमान उत्सव शुक्रवार को चेतना महाविद्यालय सहराज में शुरू हो गया है.

उद्धाटन समारोह में झारखंड के पूर्व गृह सचिव जेबी तुविद, जय प्रकाश देवरालिया, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिप्रकाश लाटा, मधु सिंह, सुशील सिंह, कृष्णलाल रूंगटा आदि ने दीप जलाकर समारोह की शुरुआत की.

मौके पर तुविद ने कहा कि अपनी सभ्यता, संस्कृति व स्वाभिमान की रक्षा नहीं कर पाना चिंता का विषय है.

सभ्यता और संस्कृति का लगातार लोप हो रहा है.

सभ्यता और संस्कृति की रक्षा ही स्वाभिमान है.

सरकार को ऐसी नीति बनानी चाहिए जिससे समाज का कल्याण हो सके.

लोगों में राजनीति चेतना आवश्यक है. आज भी राज्य के गांव पिछड़े हुए हैं.

कहीं बिजली के तार हैं तो ट्रांसफर्मर नहीं, ट्रांसफर्मर है तो पोल व तार नहीं.

नेता घोषणा जरूर करते हैं, परन्तु सर जमीन पर इसका असर नहीं दिखता है.

प्रधानमंत्री भी डिजिटल इंडिया की बात करते हैं.

 

ग्रामीण इलाके में चेतना जगाने की जरूरत

ग्रामीणइलाके में बड़े पैमाने पर राजनीतिक चेतना जगाने की जरूरत है.

अधिकारों के लिए ग्रामीणों में ललक पैदा करने की आवश्यकता है.

बिना चेतना के कुछ भी नहीं होगा.

तुविद ने ग्रामीणों में लंबे समय से चेतना जगाने के लिए प्रयासरत दिगंत परिवार की सराहना की.

उन्होंने कहा कि दिगंत परिवार के सदस्य व्यक्तिगत लाभ छोड़ समाज के हित में लंबे समय से काम कर रहे हैं.

नि:स्वार्थ भाव से वनवासियों में शिक्षा का अलख जगा रहे हैं.

स्वाभिमान आंदोलन के प्रदेश संयोजक शैलेन्द्र ने आंगतुकों का स्वागत किया.

उन्होंने कहा कि प्रांत स्तरीय इस शिविर सह उत्सव से एक नई किरण पैदा होगी.

जो दबे कुचले लोगों का कल्याण करेगी.

भाजपा जिलाध्यक्ष हरि प्रकाश लाटा ने कहा कि आज समाज के अलावा राजनीतिक दलों में भी दलाल पैदा हो गए हैं.

जो गरीबों का शोषण कर रहे हैं. हक दिलाने के नाम पर गरीबों से वसूली कर रहे हैं.

समारोह को केएल रूंगटा, जेपी देवरालिया, मधु सिंह, सुशील सिंह, मंजीत सिंह आदि ने भी संबोधित किया.

संचालन प्रसुन्न हेंब्रम ने किया. मौके पर कृत चौहान, तुरसा बेसरा, विश्वनाथ हांसदा, बाबूलाल टुडू, सरोज महतो, रामेश्वर महतो, हजरत अली, हराधन मरांडी, रवींद्र टुडू, विलियम हांसदा मौजूद थे.

Web Title : THREE DAY SWABHIMAN FESTIVAL BEGINS