बिक्री पर है रोक फिर भी बिक रहा प्लास्टिक का तिरंगा

धनबाद : तीन दिन बाद हम अपनी आजादी का जश्न बड़े ही धूम धाम से मनाएंगे. स्वतंत्रता दिवस की तैयारी पुरे शहर में जोरो पर है. शहर में तिरंगे झंडे कई दुकान प्रतिष्ठान में बिक रहे है. लेकिन ज्यादतर सस्ते और आकर्षक होने की वजह से प्लास्टिक के झंडे ही ज्यादा बेचे जा रहे है. जबकि केंद्र सरकार ने इसपर रोक लगाईं है.

पिछले दिनों भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय झंडे की शान को बरकरार रखने के लिए प्लास्टिक के तिरंगे झंडे बनाने, बेचने तथा प्रयोग करने पर पाबंदी लगाई गई थी जिसके लिए उन्हें तीन साल की सजा हो सकती है.

क्योंकि प्लास्टिक के झंडे प्रयोग के बाद भी लम्बे समय तक कूड़े के ढेरों, नालियों या सड़कों पर पैरों के नीचे पड़ते रहते हैं, जिससे राष्ट्रीय झंडे की शान को भारी ठेस पहुंची है इसलिए भारत सरकार ने प्लास्टिक के राष्ट्रीय झंडों पर पाबंदी लगा दी थी.

केन्द्र सरकार ने प्लास्टिक के तिरंगे झंडों के स्थान पर कागज के बने तिरंगे झंडे बनाये जाने का निर्देश दिया है. परन्तु भारत सरकार की रोक के बावजूद धनबाद में छोटे-बड़े व्यापारी पैसों के लालच में सरकार के आदेशों की अवहेलना कर रहे है. और जिला प्रशासन भी किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करती. जिसके कारण इस कारोबार से जुड़े करोबारियो के हौसले परवान पर है.

तिरंगे के इस अपमान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी प्लास्टिक के झंडे की बिक्री पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है वावजूद इसपर रोक लगाने की किसी तरह की सुगबुगाहट प्रशासन में नहीं दिख रहा है

Web Title : BEING SOLD AFTER THE BAN OF PLASTIC TIRANGA