अगर घर में हैं छोटे बच्चे, तो जरूर पालें Pets

पालतू जानवर की बात सुनते ही बच्चों के चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान छा जाती है. हम सभी ने बचपन में कभी ना कभी अपने पैरेंट्स से पालतू जानवर पालने की जिद की है, लेकिन अक्सर पैरेंट्स उसे टाल देते थे. अब जब हम पैरेंट्स बन चुके हैं तो यकीनन वही जिद हमें अपने बच्चे के मुंह से भी सुनने को मिलती है. हम भी बच्चों को यह सोचकर मना कर देते हैं कि घर में जानवर पालने के लिए उसकी अतिरिक्त केयर करनी होगी और उसकी हर छोटी-बड़ी जरूरतों का ध्यान रखना होगा. कुछ लोगों को यह काफी झंझटभरा लगता है और इसलिए वह बच्चों की जिद को अनदेखा कर देते हैं या फिर टाल-मटोल करते होंगे.

अगर आप भी ऐसा ही करते हैं तो ऐसा करना बंद करें. आपको शायद पता ना हो, लेकिन जिस घर में छोटे बच्चे होते हैं, वहां पर अगर पालतू जानवर हों तो इससे बच्चों को कई तरह के फायदे होते हैं. वास्तव में जानवर को पालना झंझट नहीं है. बल्कि इस तरह आप बच्चे को एक साथी देते हैं.

साथ ही इससे उन्हें कई हेल्थ बेनिफिट्स भी मिलते हैं. आज हम इस लेख में आपको pets से बच्चों को मिलने वाले फायदों के बारे में बता रहे हैं. यकीनन इस लेख को पढ़ने के बाद आप भी पालतू जानवर पालना चाहेंगे-

एक्टिव बच्चे

आज के समय में अधिकतर पैरेंट्स को एक समस्या का सामना करना पड़ता है और वह है उनका lazy होना. अधिकतर बच्चे घर में बैठे रहते हैं या फिर वीडियो गेम खेलते हैं या फिर फोन या टीवी पर लगे रहते हैं. लेकिन अगर आपके घर में पालतू जानवर है तो आपको बच्चे की फिजिकल एक्टिविटी की चिंता करने की जरूरत नहीं है.

दरअसल, छोटे बच्चों को पालतू जानवरों के साथ खेलना काफी पसंद होता है. पालतू के साथ सैर करने से लेकर उनके साथ खेलने और दौड़ने के कारण वह फिजिकल एक्टिव बनते हैं.

हेल्थ बेनिफिट 

घर में पालतू जानवर होने से बच्चे फिजिकली एक्टिव तो बनते हैं ही, साथ ही अन्य भी कई हेल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं. जैसे, जिन घरों में pets होते हैं, वहां पर बच्चों में कॉमन एलर्जी व अस्थमा होने की संभावना काफी कम होती है.  

बेस्ट फ्रेंड

बचपन में बच्चे ऐसे दोस्त की तलाश करते हैं, जो उनका सच्चा दोस्त हो. जरूरी नहीं है कि वह जिससे दोस्ती करें, वह इंसान अच्छा ही हो या फिर उनकी दोस्ती हमेशा चले. ऐसे में बच्चे गलत दिशा में जा सकते हैं. लेकिन अगर घर में पेट्स हों तो बच्चों को उनके रूप से एक अच्छा और सच्चा दोस्त मिल जाता है.

जिससे वह अपनी सारी बातें आसानी से शेयर कर सकते हैं और वह पालतू कभी भी उनके सीक्रेट दूसरों को नहीं बताएगा. वहीं दूसरी ओर, आपका बच्चा कभी भी खुद को अकेला महसूस नहीं करेगा.

जिम्मेदार बनाना

जी हां, एक पालतू जानवर बच्चे को अधिक आत्मविश्वासी और जिम्मेदार बना सकता है. दरअसल, जब उनके कंधों पर पालतू की देखभाल की जिम्मेदारी होती है तो जिम्मेदार बनने के साथ-साथ अधिक आत्मविश्वासी भी बनते हैं. जरूरी नहीं है कि बच्चा पूरी तरह से पालतू जानवर की जिम्मेदारी उठाए.

तीन वर्ष से कम उम्र के बच्चे पालतू जानवरों के पानी और भोजन के कटोरे भरने जैसे आसान कार्य कर सकते हैं. जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होता जाता है, वह पालतू जानवरों को रेडी कर सकता है और उन्हें वॉक पर ले जा सकते हैं.

Web Title : IF THERE ARE SMALL CHILDREN IN THE HOUSE, YOU MUST HAVE PETS

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