बिहार के औरंगाबाद, गया, कैमूर, रोहतास और पश्चिम चंपारण जिलों में रविवार शाम बारिश और तूफान के दौरान बिजली गिरने से दस लोगों की मौत हो गई. औरंगाबाद में तीन और रोहतास में एक महिला समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि सबसे अधिक छह लोगों की मौत औरंगाबाद में हुई, जबकि एक घटना में तीन और अन्य चार जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई. गया में प्रिंस कुमार (16), रोहित कुमार (15) और प्रतापपुर में सिद्धेश्वर यादव (55) की भैंस चराने के दौरान मौत हो गई. जबकि अलग-अलग घटनाओं में मनीष कुमार (12), हरेंद्र सिंह (30) और युगल राम (60) की मौत हुई है.
अधिकारियों ने बताया कि सोनहन कैमूर में किसान अजय कुमार बिंद (25), गया के मैगरा में प्रमोद चंद्रवंशी (53), रोहतास के कंचनपुर गांव में भगवान पासवान (35) और बेतिया के पास एक व्यक्ति की मौत हो गई. सभी मृतक और गंभीर रूप से घायल किसान थे, जो बारिश के दौरान खुले आसमान के नीचे खेतों में मौजूद थे.
अधिकारियों ने लोगों को चेतावनी दी थी कि वे बारिश और खराब मौसम के दौरान खुले मैदानों में न रहें. नई दिल्ली स्थित सार्वजनिक विज्ञान और पर्यावरण केंद्र (सीएसई) द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, 1 अप्रैल से 25 जुलाई के बीच, भारत में बिजली गिरने से 429 लोगों की मौत हो गई है, जो 2022 में इसी अवधि में मरने वाले 300 से अधिक है. 25 जुलाई तक, बिहार में सबसे अधिक मौतें (160) दर्ज की गईं, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में अधिक है, बीते साल 57 मौतें दर्ज की गई थीं.