उत्तर प्रदेश में युवक की मोबाइल से करंट लगने से मौत हो गई है. 16 साल का युवक चार्जिंग मोड पर फोन का इस्तेमाल कर रहा था. घटना सोमवार रात की बताई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, युवक ने अपने फोन को चार्जिंग पर लगाया था, उसी समय उसके फोन पर कॉल आया और जैसे ही युवक ने फोन को उठाया उसे करंट लग गया और वह जमीन पर गिर गया. बता दें कि इससे पहले चार्जिंग करते स्मार्टफोन फटने के कई मामले सामने आते रहे हैं लेकिन संभवतः मोबाइल से करंट लगने का यह पहला मामला है.
पुलिस का कहना है कि युवक का नाम सत्यम शर्मा है और वह बदायूं जिले के बिसौली का रहने वाला था. युवक के परिजनों का कहना है कि युवक के फोन को उठाते ही उसे जोर से करंट लगा और वह जमीन पर गिर गया. सत्यम को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस का कहना है कि युवक की मौत करंट लगने से हुई है. उसके परिवार ने अभी तक हमसे औपचारिक शिकायत नहीं की है. अगर वे शिकायत दर्ज करते हैं, तो हम शिकायत के आधार पर आवश्यक कार्रवाई करेंगे.
इस तरह के हादसे का कारण कई बार मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट होता है तो कई बार यूजर्स की लापरवाही. आमतौर पर इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट और स्मार्टफोन में तभी आग लगती है या करंट आता है जब पावर सप्लाई में दिक्कत होती है. कई बार फोन को चार्ज करने के लिए जरूरत से ज्यादा पावर वाले चार्जर और लोकल चार्जर का इस्तेमाल किया जाता है. इस कारण से भी पावर सप्लाई में दिक्कत आती है और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस करंट लगने का कारण बनते हैं. ऐसी स्थिति में कई बार फोन की बैटरी फटने जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है.
अगर आप फोन को चार्ज करने के लिए लोकल चार्जर का यूज कर रहे हैं तो इसे तुरंत बंद करें. यह स्मार्टफोन की बैटरी को तो खराब करता ही है साथ ही बैटरी ब्लास्ट का प्रमुख कारण भी बन सकता है. दरअसल, लोकल चार्जर में पावर फ्लो कम-ज्यादा होता रहता है, जो स्मार्टफोन की बैटरी पर दबाव बनाता है और अधिक दबाव से कई बार बैटरी ब्लास्ट तक हो जाती है. ऐसे में फोन को चार्ज करने के लिए सिर्फ फोन के ओरिजनल चार्जर का ही इस्तेमाल करें.