UNGA में भाषण से चर्चा में इमरान, लीबिया के तानाशाह के बाद किया ऐसा काम

नई दिल्ली : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिया गया भाषण अभी तक चर्चा का विषय बना हुआ है. दुनिया के सबसे बड़े मंच से जिस तरह उन्होंने जेहाद की धमकी दी और परमाणु युद्ध की बात की, उसने पूरे विश्व को चौंका दिया था. अब इसी भाषण से इमरान खान ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है, जिसकी वजह से उनकी तुलना लीबिया के तानाशाह रहे कर्नल गद्दाफी से होने लगी है.

दरअसल, संयुक्त राष्ट्र के द्वारा इस बार की UNGA के आंकड़े साझा किए गए हैं. इनमें बताया गया है कि इस बार का सबसे लंबा भाषण पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के द्वारा दिया गया है. इमरान खान ने UN में कुल 50 मिनट का भाषण दिया था, जो कि एक रिकॉर्ड ही है. जबकि रवांडा की ओर से सबसे छोटा भाषण दिया गया, जो कि सिर्फ 7 मिनट का था.

अगर कर्नल गद्दाफी की बात करें तो उन्होंने 2009 में 96 मिनट का भाषण किया था. 23 सितंबर, 2009 को कर्नल गद्दाफी ने 64वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था. हालांकि, ये सबसे बड़ा भाषण नहीं है. संयुक्त राष्ट्र में सबसे बड़ा भाषण जेनुआ के राष्ट्रपति रहे सिकोयू तोरू के नाम है. 1960 में उन्होंने 144 मिनट लंबा भाषण दिया था.

संयुक्त राष्ट्र में इस बार भाषण देने वालों में पुरुष राष्ट्राध्यक्ष आगे रहे, करीब 91 फीसदी पुरुष और 9 फीसदी महिला राष्ट्रप्रमुखों ने इस बार संयुक्त राष्ट्र की महासभा को संबोधित किया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस बार संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया. करीब 17 मिनट के अपने भाषण में पीएम मोदी ने दुनिया को शांति का संदेश दिया, पीएम ने कहा था कि भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं बल्कि बुद्ध का संदेश दिया और हमेशा शांति की राह पर चला है. प्रधानमंत्री का भाषण भले ही छोटा रहा हो, लेकिन उनकी शब्दों की हर किसी ने तारीफ की थी.



Web Title : IMRAN, LIBYAN DICTATOR IN DISCUSSION AT UNGA

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