बालाघाट. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज पांडे ने उच्च जोखिम के प्रसव प्रकरण के मामले में लापरवाही बरतने पर दो डॉक्टरों को नोटिस जारी किया है. उन्होंने बताया कि 22 मार्च को रात 9. 20 बजे प्रसव के लिए 21 वर्षीय निशा शैलेश वरकड़े को जिला चिकित्सालय के मेटरनिटी विंग ट्रॉमा सेंटर में प्रसव के लिए भर्ती किया गया था. उनका पहला प्रसव था. जिनकी संभावित तिथि 19 मार्च थी, किंतु दो दिन विलंब से अस्पताल में भर्ती किया गया. रोगी का रात 11 बजे परीक्षण किया गया. परीक्षण में बच्चेदानी की पानी की थैली फटना, लेकिन बच्चें द्वारा शौच ना करना रिपोर्ट में अंकित किया गया है. प्रसूता की अत्यंत गंभीर हालत में सुबह 6 बजे प्रसव कराया गया. रोगी के प्रसव में अत्यधिक विलंब होने के कारण गर्भस्थ शिशु की गर्भ में ही मौत हो गई. इन सब कारणों को देखते हुए स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना लिल्हारे और डॉ. वर्षा रंगारे को नोटिस जारी कर 3 दिनों में जवाब मांगा है. दोनों डॉक्टर अपने जवाब से समक्ष में उपस्थित होकर अवगत कराएंगे. जवाब नही प्रस्तुत करने या संतोषजनक जवाब नही होने की स्थिति में राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा.