प्रदेश में की जाए शराबबंदी, जिला लोधी महासभा ने उठाई आवाज, मुख्यमंत्री के नाम प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

बालाघाट. शराब से बर्बाद हो रहे परिवार और बिगड़ते आर्थिक हालत को देखते हुए जिला लोधी महासभा ने पूरे प्रदेश में शराब बंदी किए जाने की आवाज बुलंद की है. बुधवार को जिला लोधी महासभा अध्यक्ष डॉ. अशोक लिल्हारे के नेतृत्व में सामाजिक लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर प्रदेश में पूर्ण शराब और नशाबंदी किए जाने की मांग की.

जिला लोधी महासभा जिलाध्यक्ष डॉ. अशोक लिल्हारे ने बताया कि लोधी समाज ने पूरे प्रदेश में शराब बंदी और नशाबंदी की आवाज को बुलंद किया है. हमारी मांग है कि प्रदेश को शराब और नशे से मुक्त किया जाए. चूंकि इससे कई परिवार बर्बाद हो रहे है. इससे ना केवल घर उजड़ रहे है बल्कि घरो मे कलह और क्लेश भी बढ़ रहा है. जिससे शराब कारोबारी तो अमीर हो रहे है लेकिन शराब पीने वाले आर्थिक हालत कमजोर होती जा रही है. शराब से पूरा परिवार बर्बाद हो रहा है. यदि प्रदेश में शराब और नशाबंदी होती है तो निश्चित ही परिवार और समाज में सुधार आएगा.

अखिल भारतीय लोधी महिला अध्यक्ष रितु मोहारे ने कहा कि शराब से सबसे ज्यादा घरो की महिलाए परेशान है, शराब के नशे में पुरूष, महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे है और तो और शराब का नशे करने, लोग घरों से बर्तन और अन्य सामग्री बेच रहे है. जिससे पूरा परिवार इससे प्रभावित हो रहा है. हमारी मांग है कि सरकार संपूर्ण प्रदेश में शराब बंदी कराए, ताकि प्रदेश शराब के नशे से मुक्त हो सके.  

अवंतीबाई लोधी सभा के जिलाध्यक्ष सहेजलाल उपवंशी ने बताया कि शराब से सबसे ज्यादा युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है. जिनके नशे से पूरा परिवार बर्बाद हो रहा है और युवा नशे की हालत में अपराध की ओर बढ़ रहे है. जहां सरकार को इसे बंद करने में कदम उठाना चाहिए, वहीं सरकार लायसेंस के माध्यम से इसे बढ़ावा दे रही है. लोधी समाज ने प्रदेश को शराब बंदी से मुक्त करने के लिए आवाज बुलंद की है और आज प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.


Web Title : LODHI MAHASABHA DEMANDS BAN ON LIQUOR IN STATE, SUBMITS MEMORANDUM TO ADMINISTRATION IN NAME OF CM