13 को भाजपा में प्रवेश ले सकते है विधायक जायसवाल?, ट्रेक्टर टीम ने विधायक जायवाल को निर्णय लेने दी सहमति

बालाघाट. 2018 में कांग्रेस की टिकिट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़कर विधायक बने प्रदीप जायसवाल को प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर मलाईदार खनिज मंत्रालय का मंत्री बनाया गया था लेकिन कांग्रेस की सरकार 15 महिने बाद ही गिर गई और प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने पर बनी भाजपा सरकार को क्षेत्र विकास के नाम पर प्रदीप जायसवाल ने बाहर से समर्थन दिया. जिसके ऐवज में सरकार ने उन्हें खनिज निगम का अध्यक्ष बनाकर केबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया. तब से वह अब तक इस पद पर बने हुए है. विगत लंबे समय से निर्दलीय विधायक के भाजपा में शामिल होने के कयास लगाये जा रहे थे लेकिन संभवतः वह समय अब गया है. सूत्रो के अनुसार आगामी 13 सितंबर को वारासिवनी में आयोजित जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान वह केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो सकते है. हालांकि अभी तक ना ही भाजपा और ना ही विधायक प्रदीप जायसवाल से इस तरह की कोई पुष्टि हो सकी है, लेकिन अंदर खाने से जो खबर छनकर आ रही है, उससे ऐसे कयास लगाये जा रहे है. फिलहाल एक तरह से उनके किसी भी राजनीतिक दल में जाने के लिए उनकी ट्रेक्टर टीम ने निर्णय लेने की सहमति प्रदान कर दी है. अर्थात् उनके समर्थक और कार्यकर्ताओं ने उन्हें यह सहमति प्रदान कर दी है कि वह जिस भी दल में जाये, वह उनके साथ है. हालांकि भाजपा में विधायक प्रदीप जायसवाल के प्रवेश को लेकर क्षेत्रीय भाजपाई, अभी भी विरोध में दम ठोंक रहे है. जिसमे उनका सबसे ज्यादा विरोध पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल की ओर से दिखाई दे रहा है. हालांकि उनके साथ खड़े रहने वाले भाजपाई नेता और पार्टी पदाधिकारी असमंजस में है.  

हालांकि विधायक जायसवाल भी भाजपा में प्रवेश को लेकर सोचनीय मुद्रा में है, क्योंकि 2018 के चुनाव में उनकी जीत हो या फिर बीते नगरपालिका में उनके समर्थकों की जीत, क्षेत्रीय राजनीतिक जानकार, उसे कहीं ना कहीं कांग्रेस सोच की जीत बताते है. बहरहाल विधायक जायसवाल, भाजपा में आते है तो उसे वास्तविक भाजपाई कितने तवज्जो देंगे और वह कैसे सामंजस्य बनायेंगे, यह तो भविष्य बतायेगा, क्योंकि पार्टी का तमगा और व्यक्ति से ज्यादा मतदाताओं के मत लोकतंत्र के उत्सव चुनाव में व्यक्ति को बनाते भी है, गिराते भी है और जिस तरह से यूपी के घोसी उपचुनाव के नतीजे साफ दर्शाते है कि अब मतदाता, दलबदल करने वाले नेताओं को उतना तवज्जो नहीं देते है. फिलहाल इसका निर्णय अब विधायक जायसवाल को करना है क्योंकि उनके साथियों ने उन्हें चुनाव में निर्णय लेने का अधिकार दे दिया है.

10 सितंबर को गायत्री मंदिर लॉन में विधायक जायसवाल के समर्थक और कार्यकर्ताओं की बैठक में उनकी ट्रेक्टर टीम ने उन्हें चुनावी निर्णय लेने का अधिकार दे दिया है और हर हाल में उनके साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया है. इस बैठक में विधानसभा क्षेत्र के पंचायतो से पहुंचे समर्थक और कार्यकर्ता मौजूद थे.   पिछले तीन साल से भाजपा की प्रदेश सरकार को समर्थन देने के बाद आने वाले विधानसभा चुनाव में किस दल से श्री जायसवाल अपना भाग्य आजमायेगे यह यक्ष सवाल का जवाब जल्द ही मिल जायेगा, ऐसी संभावना सूत्र बता रहे है.  


Web Title : MLA JAISWAL CAN JOIN BJP ON MAY 13, TRACTOR TEAM GIVES CONSENT TO MLA JAISWAL TO TAKE DECISION