सूदखोर भाईयों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 35 हजार के वसुल लिए लाखो फिर भी मांग रहे थे सूद

बालाघाट. जिले के लांजी पुलिस ने दो सगे भाईयों विद्यासागर आसटकर और दीपक आसटकर को सूदखोरी मामले में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ में कर्ज का बहीखाता, कोरे स्टाम्प और चेक और पासबुक बरामद की है. सूत्रों की मानें तो आरोपियों के घर में कई गिरवी वाहन के होने की भी बात कही जा रही है. हालांकि पुलिस का कहना है कि यह जांच का मामला है, यदि जांच में यह आता है तो कार्यवाही की जाएगी. वहीं लांजी पुलिस ने इन सूदखोरो के अलावा अन्य सूदखोरो से परेशान होने वाले लोगों से पुलिस में जानकारी देने की अपील की है.  28 जुलाई को लांजी पुलिस ने थाना अंतर्गत कोसमारा निवासी राहुल बिसेन की शिकायत पर दर्ज अपराध में लांजी पुलिस ने आरोपी भाईयों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया.  बताया जाता है कि पुलिस के हत्थे चढ़े सूदखोर में विद्यासागर आसटकर, महाविद्यालय में गेस्ट प्राध्यापक है, जबकि दीपक स्टाम्प वेंडर है. जो अपनी महाकाल आईस्क्रीम दुकान में 10 प्रतिशत सूद पर कर्ज देते थे.  

शिकायतकर्ता राहुल बिसेन ने बताया था कि मुझे मेरी दुकान में  खरीदे समान की उधारी देने और दुकान के लिये सामान खरीदने के लिये रुपयों की जरुरत होने पर मैने  विघासागर आसटकर से 50 हजार और भाई दीपक आसटकर से एक लाख रूपए 10 प्रतिशत व्याज पर लिए थे. जिसके ऐवज में बैंक का चेक और 100 रुपये का स्टांप जमा किया था. इसके बाद मैने विद्यासागर एवं दीपक आसटकर से लिये रुपये व्याज सहित वापस कर दिए, बावजूद इसके दोनो भाई, मुझ पर ब्याज के लिए धमकी देकर मानसिक दबाव बना रहे है. उसने पुलिस को बताया था कि दोनो भाई, 10 प्रतिशत ब्याज पर रूपए उधार ब्याज और मूलधन के बावजूद अधिक रुपये देने के लिये दबाव बनाते है.  

जिस पर लांजी पुलिस ने शिकायत में अपराधिक मामला दर्ज कर जांच मंे लिया था. जिसमें पुलिस ने सूदखोर भाईयों विद्यासागर और दीपक आसटकर को गिरफ्तार किया है. आरोपियो की गिरफ्तारी के बाद महिला राधिका वानखेड़े ने भी 35 हजार उधार के ब्याज सहित एक लाख रूपए लेने के बावजूद, राशि देने के लिए मानसिक रूप से परेशान करने की शिकायत पुलिस मंे की है.  एसडीओपी सत्येन्द्र घनघोरिया ने बताया कि सूदखोरी मामले में दोनो भाईयों को गिरफ्तार किया गया है. जो लोगों को 10 प्रतिशत ब्याज पर राशि देकर, उनसे राशि और ब्याज वसुलने के बावजूद अधिक राशि के लिए दबाव बनाते थे. उन्होंने क्ष्गिरफ्तार सूदखोरो या अन्य सूदखोरों से परेशान क्षेत्रीय लोगों से अपील की है कि वह इसकी शिकायत थाने में कराए.  सूदखोर आरोपी भाईयों को गिरफ्तार करने में लांजी थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी, किरनापुर थाना प्रभारी छत्रपालसिंह बैस, उनि. सुंदरलाल पवार, प्रआर. मुकेश ठाकरे, संदीप सोनेकर, विजय सिसोदिया, रूपसिंह रावत, पवन धाकड़, भूपेन्द्र नागवंशी, महेन्द्र कुशवाहा और किरनापुर थाना के सहयोगी स्टॉफ की सराहनीय भूमिका रही.


Web Title : POLICE ARREST USURPER BROTHERS, RECOVER RS 35,000 FROM THEM