कन्या महाविद्यालय में महिला संगठन ‘दिवास’ ने किया पौधारोपण

बालाघाट. पर्यावरण असंतुलन से हो रहे ग्लोबल वार्मिंग के कारण असमय वर्षा और प्राकृतिक आपदाओं जैसी विध्वंसकारी घटनाओं को रोकने पर्यावरण संरक्षण ही एकमात्र विकल्प है, जिसके लिए ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सार्थक प्रयास है ताकि भविष्य में असंतुलित पर्यावरण को रोका जा सके और मानव जीवन को सुरक्षित किया जा सके. जिसको लेकर रोटरी क्लब ऑफ वैनगंगा द्वारा गठित महिला संगठन ‘दिवास’ द्वारा अपने पहले कार्यक्रम की शुरूआत पौधारोपण से की गई. जिसमें महिला संगठन ‘दिवास’ द्वारा नगरीय क्षेत्र में शासकीय कमला नेहरू कन्या महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण किया गया.  

इस दौरान कन्या महाविद्यालय परिसर मंे लक्ष्मीतरू, आंवला और जाम सहित अन्य प्रजाति के लगभग 20 पौधों का रोपण किया गया. महिला संगठन जिलाध्यक्ष रोटे. श्रीमती दिव्या वैद्य ने बताया कि पेड़, हमारे जीवन का मुख्य आधार है, जिनसे हमें ऑक्सीजन मिलती है, जिसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता कोविड कॉल में महसुस की गई, यदि पेड़ ही नहीं रहेंगे तो मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है. इसलिए आज जरूरी है कि हम पर्यावरण और ऑक्सीजन की महत्ता को समझते हुए पौधारोपण करें, ताकि यह पौधे कल पेड़ बनकर हमारे जीवन में उपयोगी बन सके. चूंकि लक्ष्मीतरू का पौधा ऑक्सीजन अधिक मात्रा में देता है, साथ ही यह पौधा औषधीगुणों से भरपूर है. उन्होंने कहा कि हम सभी अपने जीवन में एक पौधा जरूर लगाये और पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका का निर्वहन करें.

इस दौरान महिला संगठन ‘दिवास’ अध्यक्ष रोटे. श्रीमती दिव्या वैद्य, सचिव रोटे. श्रीमती पूनम सचदेव, रोटे. श्रीमती श्रुति तिवारी, रोटे. श्रीमती मेघा चोपड़ा, रोटे. श्रीमती जसबीर कौर छाबड़ा, रोटे. श्रीमती रेणु वैद्य, रोटे. श्रीमती गुलशन माहेश्वरी, रोटे. श्रीमती नेहा वेगड़, रोटे. श्रीमती गीता सचदेव, रोटे. श्रीमती ममता रॉय, रोटे. श्रीमती भारती शरणागत, रोटे. श्रीमती श्रद्वा वैद्य, रोटे. श्रीमती कुलमीत कौर, रोटे. श्रीमती रश्मि बाघरेचा, रोटे. श्रीमती हेमा वाधवानी, रोटे. श्रीमती स्तुति बोथरा, रोटे. श्रीमती रूबि छाबड़ा सहित अन्य रोटे. महिलायें उपस्थित थी.


Web Title : WOMENS ORGANISATION DIVAS PLANTS SAPLINGS AT KANYA COLLEGE