स्नान ज्येष्ठ पूर्णिमा पर आज जगन्नाथ करेंगे 108 घड़ों से स्नान

धनबाद. ज्येष्ठ पूर्णिमा पर आज भगवान जगन्नाथ को 108 घड़ों से स्नान कराया जाएगा. इस कारण इस पूर्णिमा को स्नान पूर्णिमा भी कहते हैं. 108 घड़ों के शीतल जल के स्नान के बाद भगवान बिमार पड़ जाएगें. भगवान को गर्भगृह से एकांतवास में ले जाया जाता है. शहर के सभी जगन्नाथ मंदिर और वैसे मंदिर जहां भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा स्थापित है वहां यह अनुष्ठान होगा. धनसार स्थित जगन्नाथ मंदिर के सचिव महेश्वर राऊत ने बताया कि प्रात: छह बजे से हवन और पूजन शुरू हो जाएगा. सुबह 11 बजे से भगवान के पवित्र स्नान का कार्यक्रम होगा. 108 घड़ा सुगन्धित जल में स्नान कराया जाएगा. प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी सैंकड़ो भक्त भगवान के स्नान का यह अलौलिक दृष्य देखेंगे. दोपहर में सभी भक्तों के लिए प्रसाद की व्यवस्था की गई है. मांढेरपाड़ा स्थित जगन्नाथ मंदिर में भी स्नान पूर्णिमा का अनुष्ठान कराया जाएगा. मंदिर किमटी के राणा चट्राज ने बताया कि सभी अनुष्ठान पुरी की परंपरा व विधि अनुसार कराने के लिए वृहत पैमाने पर तैयारियां चल रही है.

गर्भगृह से एकांतवास में चले जाएगें भगवान : रविवार की संध्या को भगवान को गर्भ गृह से 15 दिनों तक एकांतवास में ले जाया जाएगा. जहां प्रतिदिन चारो प्रहर उनकी औषधीय सेवा की जाएगी. भोग भी औषधीयुक्त दी जाएगी. 15 दिनों के बाद भगवान स्वास्थ्य होकर अपने भक्तों के दर्शन देगें. अगले दिन बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा संग रथ यात्रा निकाली जाएगी. इस बार यह रथ यात्रा 20 जून को को है. भगवान जगन्नाथ भाई बहनों के साथ मासीबाड़ी जाएगें. आठ दिनों के बाद वापस अपने धाम लौटेंगें. 29 को देवश्यन एकादशी पर भगवान पांच माह के लिए चिर निद्रा में चले जाएगें. चार मास के चातुर्मास और एक माह अधिकमस के दौरान सृष्टी का संचालन महादेव करेंगे.