पदभार लेते ही एक्शन में आये शिवराज सरकार के राज्यमंत्री कावरे, आयुष विभाग और जलसंसाधन विभाग की ली बैठक, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश में आयुष की होगी अहम भूमिका-कावरे

बालाघाट. शिवराज सरकार में महाकौशल क्षेत्र से एकलौते राज्यमंत्री बनाये गये परसवाड़ा क्षेत्र के विधायक रामकिशोर कावरे, ने 14 जुलाई को भोपाल के वल्लभ भवन के कक्ष क्रमांक 545 में आयुष (स्वतंत्र प्रभार) एवं जल संसाधन विभाग के राज्यमंत्री के रूप में कार्यभार ग्रहण किया. कार्यभार लेने के बाद ही राज्यमंत्री श्री कावरे एक्शन में दिखाई दिये.  

राज्यमंत्री श्री कावरे ने कार्यभार ग्रहण करने के तत्काल बाद आयुष विभाग और जल संसाधन विभाग की बैठक ली और अधिकारियों को प्रदेश की लंबित कार्याे को पूरा करने के निर्देश दिये. इस दौरान आयुष विभाग के सचिव एन. के. अग्रवाल, जल संसाधन विभाग के श्री आहुजा और श्री तांडेकर के साथ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

कार्यभार ग्रहण करने के बाद आयुष आयुष (स्वतंत्र प्रभार) राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे ने आयुष विभाग की बैठक लेकर उसके कार्यो की समीक्षा की. इस दौरान आयुष विभाग के अधिकारियों ने राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे को बताया कि किस प्रकार विभाग ने कोविड-19 में कोरोना महामारी से लड़ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले आयुर्वेदिक काढ़ा त्रिकूट चूर्ण को प्रदेश के कोने-कोने में पहुंचाने का काम किया है. जिसके कारण प्रदेश में कोरोना महामारी बीमारी से लड़ने के लिए लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी है. रामकिशोर कावरे ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिववराजसिंह चौहान के नेतृत्व में हमारी आयुर्वेदिक हमारी प्राचीन परंपरा पर लोगों का विश्वास बनाकर उसे एक नया स्थान और एक नई पहचान देना है. प्रधानमंत्री के लोकल का वोकल सोच के साथ आत्मनिर्भर भ्श्राारत और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने में आयुष विभाग क्या और कैसी भूमिका हो सकती है, इसकी कायोजना तैयार करने के निर्देश दिये. उन्होंने अधिकारियो को निर्देशित किया कि आयुर्वेदिक को बढ़ावा देने और इससे जुड़े वैद्य, हकीमो और जानकारों को भी चिन्हित करने के भी निर्देश दिये. राज्यमंत्री श्री कावरे ने बताया कि इनके साथ बैठक कर आयुर्वेदिक को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जायेगा.

वनसंपदा से परिपूर्ण प्रदेश और जिले के वनों से खोजी जायेगी वनोषधि

आयुष विभाग के राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे ने कहा कि प्रदेश और बालाघाट जिला वनसंपदाओं से परिपूर्ण है. हमारा प्रयास होगा कि वनो से वनोषधि को खोजा जायें और औषधि बनाने की तैयार कर इससे बेरोजगार युवाओं को जोड़कर उन्हें रोजगार दिया जायें. उन्होंने कहा कि आज भी वनो में बहुमूल्य और असाध्य रोगो को मारने वाली वनोषधि मौजूद है. उन्हांेने वनों में निवासरत बैगा समाज द्वारा लाईलाज बीमारी में वनोषधि का उपयोग करने के उदाहरण का हवाला देते हुए कहा कि आयुर्वेदिक को बढ़ावा देने के निर्देश दिये गये है.  

किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने की चिंता

राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद आयुष विभाग के उपरांत जल संसाधन विभाग की बैठक ली और इसमें भी अधिकारियों को बंद पड़ी परियोजनाओं पर काम शुरू करने के निर्देश दिये. इस दौरान जल संसाधन विभाग के सचिव श्री आहुजा, इएनसी श्री तांडेकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में जल संसाधन विभाग की समीक्षा के दौरान राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे ने हर किसान के खेत पानी पहुंचाने की चिंता करते हुए परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के सातनारी जलाशय को लेकर विभागीय अधिकारियों को उसके निर्माण में आ रही कमियों का पताकर जल्द से जल्द उसे शुरू करवाने के निर्देश दिये. गौरतलब हो कि सातनारी जलाशय के पूर्ण हो जाने के बाद क्षेत्रीय किसानों के खेतो में सिंचाई के लिए उपयुक्त सुविधा मिल सकेगी. वहीं उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान बैहर बंजर परियोजना के तहत जंगली क्षेत्र में बरसात का पानी सहेजने के लिए डेम बनाने की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये है. राज्यमंत्री श्री कावरे ने कहा कि बालाघाट जिले में जंगलो से होकर बरसात का पानी नदी, नालों के माध्यम से व्यर्थ बह जाता है, इसलिए जंगल से होकर निकलने वाले पानी को डेम के माध्यम से संग्रहित करने का प्रयास किया जायेगा तो निश्चित ही इससे खेतो में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा और इससे किसानों को फायदा होगा. उन्होंने बताया कि इस प्रयास के माध्यम से किसानों के खेतो तक पहुंचाने की चिंता की गई है और उम्मीद है कि हमारा यह प्रयास जल्द ही मूर्त रूप लेकर किसानों की सिंचाई की समस्या को हल करने में कारगर साबित होगा.


Web Title : AS SOON AS HE TAKES OVER, THE MINISTER OF STATE FOR SHIVRAJ GOVERNMENT, KAVRE, DEPARTMENT OF AYUSH AND DEPARTMENT OF WATER RESOURCES WILL MEET, SELF RELIANT AYUSH IN MADHYA PRADESH KAVRE