मैं कांग्रेसी नहीं था, संबंधो के कारण जुड़ा था, भाजपा के साथ कर सकुंगा क्षेत्र का और बेहतर विकास-राजा लिल्हारे

बालाघाट. 2012 से सामाजिक सेवा के साथ राजनीतिक क्षेत्र में आए युवा राजा लिल्हारे, पहली बार राजनीतिक चुनावी मैदान में जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित होकर जिला पंचायत पहुंचे. अपने चुनावी मैदान मंे भाजपा और कांग्रेस के दिग्गजों की जमानत जब्त कर जनता के भारी मतो के मिले प्रतिसाद का ही परिणाम था कि युवा राजा लिल्हारे, सदस्य बनते ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष भी बन गए. जिसने भी उन्हें सुर्खियां दी, लेकिन एक बार फिर वह सुर्खियो में है, इस बार, कांग्रेस की विचारधारा और नेताओं से कनेक्ट दिखाई दे रहे राजा लिल्हारे ने लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा की सदस्यता ले ली. प्रदेश के पंचायत मंत्री प्रहलादसिंह पटेल ने उन्हें भाजपा में प्रवेश दिलाया.  

जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है, राजा लिल्हारे, स्वयं बताते है कि उन्हें इनबॉक्स में मैसेज आ रहे है कि मैंने कांग्रेस को धोखा दिया है. जिसके बाद जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा लिल्हारे ने मीडिया के माध्यम से अपनी बात कही है, ताकि इनबॉक्स में मैसेज करने वाले लोगों का भ्रम दूर हो सके.   राजा लिल्हारे ने निज निवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि जब जिला पंचायत चुनाव मैने निर्दलीय लड़ा है, मेरे खिलाफ कांग्रेस और भाजपा समर्थित सदस्य चुनाव मैदान में थे. जनता ने उन्हें वोटो का ऐसा आशीर्वाद दिया कि दोनो की जमानत जब्त हो गई.  रही बात जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव की तो यह जिला और सारी मीडिया जानती है कि जिला पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का प्रत्याशी कौन था और सम्राटसिंह सरस्वार और मैने, निर्दलीय चुनाव लड़ा.  चूंकि उनके हीना दीदी और सम्राट भैया से अच्छे और पारिवारिक संबंध थे, इसी के चलते मैंने, जिला पंचायत में अध्यक्ष के लिए अपना समर्थन दिया. जिसके बाद से हीना दीदी और सम्राट भैया के कारण, वह उनके साथ बने रहे, लेकिन इसके बाद ना तो कांग्रेस ने उन्हें कभी कहीं स्थान दिया और ना ही किसी कार्यक्रम में हमें आमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि चूंकि जिला पंचायत में हमारे पद पर बैठने पर हमने तय किया था कि सभी जिला पंचायत सदस्यों को विकास के लिए बराबर राशि दी जाएगी. चूंकि जिला पंचायत में कोई ज्यादा फंड नहीं होता है और यह कमिटमेंट, निभाया भी गया.  चूंकि कलेक्टर साहब से अच्छा समन्वय होने के कारण मैने गौण खनिज मद से आवश्यकता अनुरूप स्कूलो में बाउंड्रीवाल, अतिरिक्त कक्ष, पंचायत में सामुदायिक भवन के करोड़ो के काम मुझे मिले. जो धरातल पर है. बावजूद इसके क्षेत्र में बेहतर तरीके से विकास की सोच को लेकर उन्होंने देशहित में काम करने वाली भाजपा में प्रवेश किया. जिसमें रहकर वह क्षेत्र में और बेहतर विकास कार्य कर सकेंगे.

उन्होंने कहा कि मेरा कांग्रेस से कभी कोई संबंध ही नहीं रहा है, व्यक्तिगत कांग्रेसी नेताओं से मेरे संबंध थे और उसी संबंधो को मैं निभा रहा था. पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा लिल्हारे ने कहा कि वह किसी स्वार्थ या डर से भाजपा में शामिल नहीं हुए है, बल्कि क्षेत्र के अच्छा से अच्छा विकास कैसे मिलकर कर सकते है, इसलिए उन्होंने भाजपा में प्रवेश लिया है. उन्होंने कहा कि आज तक मेरा ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है कि मैने किसी सरपंच और अधिकारी को, राशि की मांग को लेकर परेशान किया हो. जबकि करोड़ो के काम मेरे क्षेत्र में चल रहे है, जिसमें दलगत भावना से ऊपर उठकर मैंने पंचायतो को काम किया है. मैं अपना रिपोर्ट कार्ड, जनता के सामने रख रहा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैने, हमेशा समर्पित होकर कार्य करने पर ही जोर दिया है और भाजपा में भी एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में कार्य करूंगा. उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी पार्टी में संगठन मुझे क्या जवाबदारी देगा, इसका निर्णय संगठन करेगा.  


Web Title : I WAS NOT A CONGRESSMAN, I WAS ASSOCIATED WITH THE BJP BECAUSE OF MY CONNECTIONS, I WILL BE ABLE TO DO BETTER DEVELOPMENT OF THE AREA.