मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करने वालो को दी जाए फांसी

बालाघाट. भारत के मणिपुर में हिंसा के बीच महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने की घटना के सामने आने के बाद पूरे देश में इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे है, वहीं केंद्र सरकार पर मामले के सामने आने के बाद मौन साधे रहने को लेकर सदन से लेकर सड़क तक हंगामा देखा जा रहा है. 09 अगस्त को हमारा निशान, भारत का संविधान,
एससी एसटी ओबीसी हम भारत के मूल निवासी के नारा के साथ मूल निवासी संघ ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मणिपुर में. महिलाओं के साथ घटना में शामिल आरोपियों को मृत्यु दण्ड दिए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया.
मूल निवासी संघ अध्यक्ष प्रभुदयाल राणा ने कहा कि देश सहित संपूर्ण मध्यप्रदेश में
एससी, एसटी, ओबीसी मूल निवासियों के साथ लगातार अत्याचार और शोषण की घटना हो रही है. जिसके खिलाफ 09 अगस्त बुधवार को मूलनिवासी संघ ने रैली निकालकर कलेक्ट्रेट कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है.  ज्ञापन में मूलनिवासी संघ ने   मणिपुर हिंसा और सीधी पेशाब कांड सहित देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही एससी,एसटी, ओबीसी मूल निवासियों के साथ हो रही
घटनाओं का जिक्र करते हुए मूल निवासियों पर हो रहे अत्याचारों पर अंकुश लगाने और देश में कहीं पर भी ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना होने की मांग की. जिन्होंने मुख्यतारू मणिपुर में आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया जाने की घटना पर कड़ा एतराज जताया, उन्होंने कहा कि यह घटना लोकतंत्र और मानवता के लिए शर्मसार करने वाली घटना है.
 महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन में मूलनिवासी संघ द्वारा मणिपुर की पीड़ितो को 50 50 करोड़ का मुआवजा, संविधान की अनुसूची 5 एवं 6 तथा पैसा एक्ट कानून को प्रभावी रूप से लागू किए जाने की मांग की  और मणिपुर के आरोपियों पर राष्ट्रद्रोह महिला नेत्री सरस्वती पंचेश्वर ने कहा कि मणिपुर की घटना में शामिल आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही नही की गई तो अन्य राज्यों में भी ऐसी घटना की पुनरावृति होगी. इस दौरान बड़ी संख्या में एससी, एसटी, ओबीसी मूल निवासी मौजूद थे.

Web Title : MANIPUR: THOSE WHO STRIPPED WOMEN NAKED SHOULD BE HANGED