बालाघाट. वारासिवनी थाना अंतर्गत लोहारा के दशराटोला निवासी दो बेटियों की मां 28 वर्षीय ज्योति उर्फ पूजा पति देवेन्द्र गुप्ता की संदेहास्पद मौत हो गई. पति देवेन्द्र गुप्ता का कहना है कि पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जबकि भाभी का कहना है कि पति और ससुरालवालों ने ननद की गला दबाकर हत्या की है.
15 जुलाई को पीएम के दौरान पूजा की मौत के बाद ससुराल और मायके पक्ष वाले आपस में भिड़ गये. हालांकि पुलिस ने दोनो पक्षों का शांत कराया. बताया जाता है कि लांजी थाना अंतर्गत बेलगांव निवासी ज्योति उर्फ पूजा का दशराटोला निवासी देवेन्द्र गुप्ता के साथ 9 वर्ष पूर्व विवाह हुआ था. जिनकी 8 वर्ष और 6 वर्ष की दो बेटियां है.
पति देवेन्द्र गुप्ता की मानें तो 24 जुलाई को पत्नी ने घर में भगवान शिव अभिषेक का आयोजन किया था. जिसकी सूचना भी पंडित को दे दी थी. बीती रात उसने पत्नी को कहा कि तिथि को आगे बढ़ा दे, पैसो की व्यवस्था नहीं हो सकी है. जिस पर पत्नी ने हमेशा ही ऐसा बोलते हो कहकर घर के दूसरे कमरे में जाकर साड़ी से फांसी लगा ली. जिसे देखने पर उसकी सांस चल रही थी. जिसे तत्काल ही फंदे से नीचे उतारा गया और तत्काल ही वाहन से जिला चिकित्सालय लाया जा रहा था कि उसकी मौत हो गई. जिसके बाद जब जिला चिकित्सालय लाया गया तो चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. जबकि मायके पक्ष से मृतिका ज्योति उर्फ पूजा की भाभी रीता अग्रवाल की मानें तो रात्रि एक बजे उन्हें ज्योति की तबियत खराब होने और उसके हाथ-पांव ठंडे पड़ने पर उसे बालाघाट जिला चिकित्सालय ले जाने की बात ससुरालवालों की ओर से बताई गई. जिसके बाद रात्रि ढाई बजे बताया कि उसकी मौत हो गई. आज सुबह जब हम पहुंचे तो बताया गया कि उसने फांसी लगा ली है. ससुरालवालों के ननद की मौत को लेकर सही जानकारी नहीं देने और लगातार उसके द्वारा पति और ससुरावालों द्वारा प्रताड़ित किये जाने की हमसे बात करने पर हमें लगता है कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है. जिसकी पूरी जांच की जायें और दोषियों पर हत्या का मामला दर्ज कर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जायें ताकि मृत ननद को न्याय मिल सके. मृतिका ज्योति उर्फ पूजा पति देवेन्द्र गुप्ता की अस्पताल की तहरीर मिलने के बाद अस्पताल चौकी पुलिस ने शव बरामद पंचनामा कार्यवाही के बाद शव का पीएम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है. मामले की अग्रिम जांच संबंधित थाना पुलिस द्वारा की जायेगी.