कच्ची शराब वालो ने पीने वालों का खाता बनाकर हफ्ते में वसुलते है पैसा,गांव और परिवार में शराब से हो रही परेशानी को लेकर महिला संगठन ने पुलिस को की शिकायत

बालाघाट. भले ही पूरे जिले में आबकारी अमला अधिकारियों के निर्देशन और मार्गदर्शन में कच्ची शराब के निर्माण, विक्रय और परिवहन के खिलाफ कार्यवाही कर रहा है लेकिन आज भी गांव-गांव में कच्ची और देशी शराब बनाई और बेची जा रही है. जिससे गांव का माहौल खराब हो रहा है, गत दिनों ही भरवेली क्षेत्र के एक गांव से आई महिलाओं ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर गांव में बिक रही कच्ची शराब के विक्रय पर कार्यवाही कर विक्रयकर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी. जिसके बाद 18 फरवरी को नवेगांव थाना अंतर्गत एक दर्जन से ज्यादा महिलाओं ने नवेगांव थाना पहुंचकर थाना अंतर्गत परसवाड़ा और आसपास के क्षेत्र में बिक रही कच्ची शराब और पक्की शराब के विक्रय पर पाबंदी लगाये जाने और बेचने वालों पर कार्यवाही किये जाने की मांग की. महिलाओं का कहना था कि यदि थाना स्तर पर उनकी समस्या का निराकरण नहीं होता है तो वह कलेक्टर तक अपनी शिकायत लेकर जायेगी.

महिला संगठन की महिला ललिता खोब्रागढ़े की मानें तो परसवाड़ा में जगह-जगह कच्ची और देशी शराब बेची जा रही है. जिससे गांव और परिवार का माहौल बिगड़ रहा है, जहां शराबी शराब पीने आते है और गंदी-गंदी गालियां देते है, जिससे महिलाओं को शर्मांदगी उठानी पड़ रही हैं यही नहीं शराब के नशे मंे महिलाओं की मर्यादा का ध्यान दिये बिना शराबी कहीं भी बाथरूम करने बैठ जाते है, जिससे महिलायें स्वयं को लज्जित महसुस कर रही है. महिला ललिता की मानें तो कच्ची और देशी शराब बेचने वालो ने शराब पीने वालो का खाता बना लिया है, जो हफ्ते में आने वाली मजदूरी से उसकी राशि वसुल कर लेते है, जिससे घर में आर्थिक संकट के कारण रोजाना ही घरेलु झगड़े हो रहे है. आसानी से गांव में ही शराब उपलब्ध हो जाने से पुरूषोें के अलावा युवा शराब के शिकार हो रहे है. महिलाओं का कहना था कि पुलिस भी अवैधानिक रूप से कच्ची और पक्की शराब बेचने वालों को पकड़कर बाद में उन्हें छोड़ देती है. जिससे उन पर कोई लगाम नहीं लगाई जा रही है. हमारी मांग है कि अवैधानिक रूप से शराब बेचकर सामाजिक माहौल को खराब करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जायें अन्यथा वह शराब विक्रय के खिलाफ संगठनात्मक से शराबबंदी का अभियान छेड़ेगी.


Web Title : RAW LIQUOR HAS BEEN USED BY THE DRINKERS IN A WEEK TO COMPLAIN TO THE POLICE ABOUT THE DISTRESS OF MONEY, ALCOHOL IN THE VILLAGE AND THE FAMILY.