बुढ़ियागांव और टाकाबर्रा के ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी, गांव-गांव में लगाये चुनाव बहिष्कार के पोस्टर, मतदान नहीं करने ली जल की सौगंध

बालाघाट. जिला प्रशासन जिले में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने स्वीप की गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम कर रहा है, दूसरी ओर मतदान बहिष्कार की चेतावनी ने प्रशासन को चिंता में डाल दिया है. अब देखना है कि दो पंचायतों के लगभग 3 हजार से ज्यादा मतदाताओं को प्रशासन किस प्रकार इन मतदाताओं को प्रभावित कर मतदान के लिए प्रेरित करता है.  

लामता क्षेत्र के बुढ़ियागांव और टाकाबर्रा पंचायत क्षेत्र के आसपास के गांवो में फसल सिंचाई के प्रायोजन से बनाये जा रहे सातनानी जलाशय के अपूर्ण निर्माण को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहे बुढ़ियागांव और टाकाबर्रा पंचायत के लोगो ने कलेक्टर दीपक आर्य से मिले आश्वासन के बाद भी कोई बांध निर्माण को लेकर कोई पहल नहीं होने से चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है. हालांकि प्रशासन का कहना है कि इस मामले मंे अभी तक उनके पास कोई जानकारी नहीं है. जबकि बुढ़ियागांव और टाकाबर्रा पंचायत के गांव खुरसोड़ा, ढूटी, अलीपुर, खर्राकोना आर चौहानटोला में पंचायत के ग्रामीणों ने सातनारी जलाश के अपूर्ण कार्य को लेकर लोकसभा चुनाव के बहिष्कार के पोस्टर लगा दिये है. ग्रामीण, बांध निर्माण को लेकर लंबे समय से संघर्ष करने के बावजूद कोई हल नहीं निकलने से परेशान है. जिसके कारण इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करने के लिए ग्रामीणों ने जल की सौगंध भी ली है. जिससे यह साफ होता है कि ग्रामीण, सातनारी जलाशय के उचित निराकरण के अलावा मानने को तैयार नहीं है और यदि ऐसा होता है तो यह जिले के चुनाव में इतिहास बन जायेगा कि दो पंचायत के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया.  

मिली जानकारी अनुसार आसपास के गांवो की खेती में लगने वाली सिंचाई की मंशा से सातनारी जलाशय के बांध का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था. बुढ़ियागांव के जंगली क्षेत्र में लगभग 53 एकड़ में बन रहे सातनारी जलाशय का निर्माण कार्य वर्ष 1979 में प्रारंभ किया गया था और लगभग 70 प्रतिशत बनकर तैयार बांध का काम वर्ष 1984 में रोक दिया गया. जिसके बाद से आज तक वह अधूरा पड़ा है, बीते 2013 के विधानसभा चुनाव में परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के लिए यह बांध चुनावी मुद्दा भी रहा था, लेकिन उसके बाद इसको लेकर जनप्रतिनिधियों के खामोश हो जाने के कारण इस बांध के पूर्ण निर्माण की दिशा में कोई कार्य आगे नहीं बढ़ सका. हालांकि बीते दिवस एक बार फिर सातनारी जलाशय के पूर्ण निर्माण के जिन्न को बोतल से निकालकर ग्रामीणों ने इसे प्रशासन के ध्यान में लाया था. जिसके बाद कलेक्टर दीपक आर्य स्वयं सातनारी जलाशय के अधूरे निर्माण कार्य को देखने पहुंचे थे और यहां ग्रामीणों से चर्चा कर उन्होंने आश्वस्त किया था कि जल्द ही इस बांध के पूर्ण निर्माण को लेकर प्रशासनिक स्तर पर प्रयास किये जायेंगे. जिसको लेकर प्रशासनिक अधिकारी का कहना है कि इस मामले में वरिष्ठ स्तर पर पत्राचार किया गया है, लेकिन किसी भी कार्य के लिए समय तो लगता है. जबकि दूसरी ओर फिर सातनारी जलाशय के अधूरे निर्माण को पूर्ण करने की मांग को लेकर बुढ़ियागांव और टाकाबर्रा पंचायत के लोगों ने चुनाव में मतदान नहीं करने की बात कहते हुए चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है.  

सातनारी जलाशय को पूर्ण करने की मांग कर रहे ग्रामीणों की मानें तो यह मांग विगत लंबे समय से की जा रही है लेकिन शासन और प्रशासन स्तर पर इसको लेकर कोई गंभीर प्रयास नहीं किया गया. जिससे आज भी यह काम अधूरा पड़ा है, जबकि महज कुछ काम ही शेष है, जिसके पूर्ण हो जाने के बाद जलाशय की लाभ क्षेत्रवासियों को मिलने लगेगा. सातनारी जलाशय को पूर्ण कराने जिम्मेदार अधिकारी के ठोस आश्वासन के बाद ही मतदान का निर्णय में विचार किया जायेगा, अन्यथा पंचायत के लोगों का चुनाव बहिष्कार का ऐलान यथावत और तटस्थ रहेगा. जिसे कोई नहीं बदल सकता.  

दो पंचायत के लोगों के चुनाव बहिष्कार की चेतावनी ने प्रशासन के भी कान खड़े कर दिये है. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस मामले में प्रशासनिक स्तर पर ग्रामीणों को मनाये जाने का प्रयास किया जा सकता है, ताकि मतदान में इसका असर न पड़े. बताया जाता है कि यदि संभव हुआ तो एक बार फिर कलेक्टर ग्रामीणो से इस मसले पर चर्चा करने गांव जायेंगे. हालांकि अभी तय नहीं है. अपनी मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा चुनाव बहिष्कार की ऐलान की खबर ने राजनीतिक दलो के नेता और प्रशासन को चिंता में डाल दिया है.  


इनका कहना है

मुझे इसकी सूचना नहीं है, सातनारी जलाशय के बांध को पूर्ण कराने का प्रयास प्रशासनिक स्तर पर चल रहा है. भोपाल स्तर पर इसकी जानकारी भिजवाई गई है. ग्रामीणों को मतदान का बहिष्कार नहीं करने की समझाईश देकर मतदान के लिए समझाया जायेगा.  

दीपक आर्य, कलेक्टर


Web Title : THE VILLAGERS OF BUTYYGAON AND TAKKBARRA WARNED OF ELECTION BOYCOTT, POSTERS OF ELECTION BOYCOTT IN VILLAGE VILLAGE, NOT TO VOTE AND THE SMELL OF WATER