भाकपा माले का 10वां राष्ट्रीय महाधिवेशन संपन्न, कई प्रस्ताव हुए पारित

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले का 10वां राष्ट्रीय महाधिवेशन पंजाब के मनसा में संपन्न हुआ  अधिवेशन 23 से 28 मार्च तक चला जिसमें कई प्रस्ताव पारित किए गए. जनांदोलनों को एक धारदार प्रतिरोध की शक्ति प्रदान करने का निर्णय लिया गया साथ ही केंद्र सरकार द्वारा लोकतांत्रिक प्रणालियों को ध्वस्त करने तथा सार्वजनिक उपक्रमों को निजी घरानों को सौंपने के विरोध में व्यापक आंदोलन करने का भी निर्णय लिया गया उक्त बातें भाकपा माले के वरिष्ठ नेता उपेंद्र सिंह ने गुरुवार को विशेष भेंट वार्ता के दौरान कही

राष्ट्रीय राजनीतिक परिवेश पर अपनी बातें रखते हुए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा हिंदी हिंदू हिंदुस्तान को नए रूप से परिभाषित करते हुए एक राष्ट्र एक चुनाव और एक टैक्स के रूप में परिमार्जन कर जनता के बीच लेकर आई है लेकिन सरकारी धन का उपयोग RSS के प्रचार अभियान में किया जा रहा है

लोगों के रोजगार जमीन रोजी-रोटी जैसी बुनियादी मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए केंद्र सरकार सांप्रदायिक तनाव को कायम करते हुए राष्ट्रभक्ति का रूप देने का प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार की इस मानसिकता को समझना होगा. भाजपा शासित राज्यों में हुए उपचुनावों में जनता ने भाजपा को नकारने का काम किया है जनता समझने लगी है कि भाजपा लूट झूठ व फूट का लाभ उठा कर देश में फांसी वाली शक्तियों को बढ़ाने में लगी हुई है इस कारण भाजपा शासित प्रदेशों में हुए उपचुनाव में जनता ने उन्हें माकूल जवाब दिया है. फासीवादी शक्तियों के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए जन आंदोलन शुरू हो चुके हैं जन आंदोलनों को इकट्ठा कर एक व्यापक प्रतिरोध की शक्ति के रूप में उभरना होगा. इसके लिए हम सभी को कमर कस कर तैयारी करनी होगी 

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन में देश व विदेश के लगभग 2000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया जहाँ शहीदे आजम भगत सिंह के गांव मनसा में उनके शहादत दिवस पर भाकपा माले का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ है वहां से सभी प्रतिनिधि नई ऊर्जा नई जोश के साथ आकर क्षेत्र में सक्रिय होकर कार्य करेंगे


Web Title : CPI 10TH OF MALE NATIONAL EVERY THRIVING, SEVERAL PROPOSALS PASSED