स्पेशल ट्रेनों पर भी चक्रवात अम्फान का असर, बदला रूट

लॉकडाउन 4. 0 में भी ट्रेनों के संचालन को इजाजत नहीं दी गई है. वहीं, बंगाल की खाड़ी से उठने वाले चक्रवाती तूफान ´अम्फान´ का असर लॉकडाउन में चल रही स्पेशल राजधानी ट्रेनों पर भी पड़ा है. तूफान ´अम्फान´ के खतरे को देखते हुए रेलवे ने भुवनेश्वर से दिल्ली और दिल्ली से भुवनेश्वर रूट पर चलने वाली स्पेशल ट्रेन के रूट में बदलाव किया है.

दरअसल, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चक्रवाती तूफान की गति और क्षमता को देखते हुए केन्द्र सरकार से अनुरोध किया था कि वह चक्रवात ´अम्फान´ के रास्ते से होकर गुजरने वाली सभी श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को अस्थाई रूप से स्थगित कर दे.

मौसम विभाग द्वारा जारी किए अलर्ट और नवीन पटनायक के अनुरोध पर रेल मंत्रालय ने ट्रेन के रूट में बदलाव का फैसला लिया है. रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अगले 4 दिनों तक भुवनेश्वर-नई दिल्ली-भुवनेश्वर एसी स्पेशल ट्रेन का रूट बदल दिया गया है.

यह ट्रेन 18 मई को दिल्ली से रवाना होगी और 21 मई तक बदले हुए रूट पर चलेगी. वहीं भुवनेश्वर से आने वाली एसी स्पेशल ट्रेन 19 मई से 22 मई तक बदले हुए रूट से गुजरेगी.

क्या होगा बदला हुआ रूट?

भुवनेश्वर-नई दिल्ली-भुवनेश्वर एसी स्पेशल का नया रूट बना दिया गया है. यह अब भुवनेश्वर, अंगुल, संबलपुर सिटी, झरसुगुंडा, राउरकेला, टाटा होते हुए दिल्ली पहुंचेगी. इस रूट में बालेश्वर और हिजली (खड़गपुर) के यात्रियों को यह ट्रेन नहीं मिल पाएगी. उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ेगा.

कैबिनेट सचिव ने और ट्रेनें चलाने के लिए मांगा सहयोग

कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्यों से कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए और अधिक संख्या में ´श्रमिक स्पेशल´ ट्रेनें चलाने में सहयोग करने का अनुरोध किया है. कैबिनेट सचिव ने राज्य सरकारों से अनुरोध किया कि प्रवासी कामगारों के लिए अधिक संख्या में ´श्रमिक स्पेशल´ ट्रेनें चलाने में वे सहयोग करें.

वीडियो कांफ्रेंस में मौजूद रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि यदि राज्य तेजी से मंजूरी प्रदान करें, तो अधिक संख्या मे विशेष ट्रेनें चलायी जा सकती हैं.

1 मई से 1,300 श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाई

भारतीय रेल ने रविवार को इस बात की जानकारी दी कि 1 मई से 1,300 ´श्रमिक विशेष´ ट्रेनें चलाई गई हैं और इसके जरिये 17 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया. रेलवे ने कहा कि पिछले तीन दिन के दौरान रोजाना करीब दो लाख से अधिक लोगों को पहुंचाया गया. आने वाले दिनों में यह बढ़ कर प्रतिदिन तीन लाख यात्री होने की उम्मीद है. अब तक, अधिकतर ट्रेनें उत्तर प्रदेश पहुंची हैं. प्रदेश ने अब तक 500 से अधिक ट्रेनों के परिचालन की मंजूरी दी. इसके बाद करीब 300 ट्रेनों की अनुमति देने के साथ बिहार दूसरे नंबर पर है.

चक्रवात के खतरे के कारण लौटे मछुआरे

चूंकि तूफान के कारण दक्षिण और बंगाल की खाड़ी तथा अंडमान सागर में समुद्र की स्थिति खराब से बेहद खराब रहने वाली है, ऐसे में सरकार ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि वह तटों पर ना जाएं.

ट्रेन के रूट को बदलने के साथ ही पश्चिम बंगाल के मछुआरों को भी चेतावनी दी गई है कि वे 18 से 21 मई के बीच बंगाल की खाड़ी या पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में ना जाएं. जो मछुआरे पहले से समुद्र में थे, उन सभी को वापस बुला लिया गया है.




Web Title : CYCLONE AMFANS IMPACT ON SPECIAL TRAINS, REVENGE ROUTE

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