जनरल वीके सिंह, वरुण गांधी, बृजभूषण समेत 24 सीटों पर अब खत्म होगा इंतजार, दिल्ली में मीटिंग

भाजपा की ओर से अब तक देश के कई राज्यों की 267 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. यूपी के भी 50 कैंडिडेट्स के नाम आ चुके हैं और 6 सीटें सहयोगी दलों को दी जा चुकी हैं. लेकिन अब तक भाजपा ने उन 24 सीटों के कैंडिडेट्स के नाम जारी नहीं किए हैं, जिन पर संशय बरकरार है. अब इन सीटों के लिए भी जल्दी ही इंतजार समाप्त हो सकता है. भाजपा सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में यूपी के बचे हुए नामों के लिए 16 मार्च को मंथन बैठक है. इस मीटिंग में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह और यूपी कोर ग्रुप के अन्य नेता शामिल होंगे.

मीटिंग की अध्यक्षता जेपी नड्डा करेंगे और होम मिनिस्टर अमित शाह भी इसमें मौजूद रहेंगे. दरअसल दूसरी लिस्ट के 72 नामों में यूपी और बिहार के किसी भी नेता का जिक्र नहीं था. ऐसे में उत्तर प्रदेश की उन 24 सीटों पर सस्पेंस लगातार गहरा रहा है, जिन पर नामों का ऐलान नहीं हुआ है. इन सीटों पर ही चुनकर वरुण गांधी, जनरल वीके सिंह, बृजभूषण शरण सिंह, रीता बहुगुणा जोशी जैसे नेता चुनकर आते रहे हैं. भाजपा सूत्रों का कहना है कि इन सीटों पर मंथन के लिए 16 मार्च को मीटिंग होगी. इसके अलावा नागपुर में संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की भी बैठक है. 15 से 17 मार्च तक होने वाली इस मीटिंग में भी जेपी नड्डा जाएंगे.

भाजपा के उम्मीदवारों की पूरी सूची, देखें अब तक कौन कहां से उतरा

इस मीटिंग के बाद ही दिल्ली में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की तीसरी बैठक होगी. उसके बाद तीसरी लिस्ट जारी हो सकती है. यानी 18 मार्च या फिर उसके बाद किसी भी दिन भाजपा की तीसरी लिस्ट आएगी. इस सूची में यूपी, महाराष्ट्र, राजस्थान के रुके हुए नाम आएंगे. इसके अलावा बिहार के भी उम्मीदवारों के नाम आ सकते हैं. अब तक भाजपा ने बिहार में किसी भी कैंडिडेट के नाम का ऐलान नहीं किया है. इसके अलावा राज्य में एनडीए के दलों के बीच सीट शेयरिंग पर भी कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है.  

गौरतलब है कि कैसरगंज सीट से लगातार चुने जा रहे बृजभूषण शरण सिंह पर संशय कायम है. अब तक भाजपा ने कर्नाटक से लेकर मध्य प्रदेश और दिल्ली तक ऐसे नेताओं से दूरी बनाई है, जो विवादित चेहरे रहे हैं. कर्नाटक में प्रताप सिम्हा को फिर से टिकट नहीं मिला है, जिनके पास पर संसद में घुसकर बवाल करने वाले आए थे. वहीं एमपी में साध्वी प्रज्ञा सिंह और दिल्ली में रमेश बिधूड़ी को भी भाजपा ने मौका नहीं दिया है.  

क्यों बृजभूषण पर बढ़ गया संशय, गाजियाबाद से एक और नाम की चर्चा

ऐसे में महिला पहलवानों से यौन उत्पीड़न के मामले में घिरे बृजभूषण शरण सिंह को लेकर भी संशय कायम है. एक अहम सवाल वीके सिंह को लेकर भी है, जो 2014 से ही गाजियाबाद के सांसद हैं, लेकिन अब तक उनके नाम का ऐलान नहीं हुआ है. इस बार गाजियाबाद से भाजपा महासचिव अरुण सिंह का नाम भी चर्चा में बना हुआ है.

महाराष्ट्र की 20 सीटों पर भाजपा ने उतारे कैंडिडेट, नितिन गडकरी का भी नाम

Web Title : THE WAIT FOR 24 SEATS, INCLUDING GENERAL VK SINGH, VARUN GANDHI, BRIJ BHUSHAN, WILL NOW END, MEETING IN DELHI

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