बस्ताकोला में पानी-बिजली की मांग को लेकर भूख हड़ताल दूसरे दिन भी जारी

झरिया:  बस्ताकोला कोलियरी कार्यालय के समीप लोक जनशक्ति कोयला मजदूर संघ के बैनर तले पानी और बिजली की समुचित व्यवस्था  की मांग को लेकर श्रमिकों की  भूख हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही. भूख हड़ताल के समर्थन में स्थानीय

महिलाओं ने परियोजना पदाधिकारी को  घेराव कर  विरोध प्रकट किया.

 ज्ञात हो कि कोयला मजदूर  संघ  शुक्रवार से आमरण अनशन भूख हड़ताल पर है. अनशन का नेतृत्व कर रहे जनशक्ति कोयला मजदूर संघ के शाखा सचिव वह दलित सेना के प्रदेश महासचिव दिनेश पासवान ने कहा कि प्रबंधक द्वारा श्रमिकों के साथ जानवरों जैसा सलूक किया जा रहा है.

क्षेत्र के श्रमिक आवासों में पर्याप्त पानी और बिजली उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. इन आवासों में श्रमिकों को महीने में एक या दो बार पेयजल उपलब्ध हो पा रहा है, जबकि पीट  वाटर सप्लाई को बाधित कर दिया गया है, जिससे यहां  रहने वाले सैकड़ों लोगों का  जीना मुहाल हो गया है.  

इस प्रचंड गर्मी में  पेयजल आपूर्ति नहीं होने के कारण  लोग प्यासे मरने को मजबूर हैं. इसके अलावा अनावश्यक श्रमिक कॉलोनियों में बिजली काट दी जाती है  यहां 24 घंटे में महज 4 से 5 घंटे ही बिजली मिल पा रही है श्रमिक द्वारा जब भी पानी और बिजली की मांग प्रबंधन से की जाती है, तो उन्हें बर्खास्त करने व निलंबित करने की धमकी मिलती है.

 प्रबंधन यह सब एक सुनियोजित  सडयंत्र के तहत लोगों को पलायन करने के लिए प्रताड़ित कर रही हैं ताकि बस्ताकोला क्षेत्र से कोयला उत्खनन किया जा सके.

इसके अलावा श्री पासवान ने कहा कि बस्ताकोला कोलियरी क्षेत्र प्रबंधन द्वारा रिश्वतखोरी कर फोरमैन पद पर अनुभवहीन व्यक्ति को पदस्थापित किया गया है जिसका नतीजा है कि बिजली व पानी की स्थिति कोलियरी क्षेत्र में विकराल रूप लिया है. फोरमैन की लापरवाहियों के कारण बुधवार को एक बच्ची की जान जाते-जाते बची वह करंट की चपेट में आकर बुरी तरह से झुलस गई थी.  

बताया जाता है कि एक बिजली के खंभे में कई दिनों से करंट प्रवाहित हो रही थी जिसकी सूचना फोरमैन को दिए जाने के बाद भी इस पर ध्यान नहीं दिया जिसकी वजह से यह हादसा हुआ.

 पुनर्वास के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि प्रबंधन जबरन यहां के लोगों को पुनर्वास करवाने पर तुली  है. यहां के लोगों के पुनर्वास होने से उनका रोजगार छिन जाएगा प्रबंधन द्वारा यह नीति स्पष्ट किया जाए कि बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने की उनके पास क्या नीति तय है. जिन लोगों को अग्नि प्रभावित क्षेत्र से बगड़िया यादी क्षेत्रों में बसाया गया है वह लोग आज रोजगार के अभाव में भूखे मरने को विवश हैं. इसलिए बीसीसीआई उन लोगों को भी कौशल विकास योजना के तहत रोजगार उपलब्ध कराए.  

 अनशन में रामजी पासवान, संजय राम, राम लखन पासवान, सुदामा प्रसाद स्वर्णकार, अशोक पासवान, अशोक राम, मुकेश कुमार, केदार रजक, राज पासवान, मनोज पासवान, विजय पासवान, कुंती देवी, गीता देवी, सुशीला देवी, श्री पूनम देवी, पार्वती देवी, कमली देवी, संजीत कुमार, वीरेंद्र साहू,  विजय पासवान, रेवती देवी के अलावे कई लोग उपस्थित थे.

Web Title : IN BASTAKOLA HUNGER STRIKE CONTINUES EVEN ANOTHER DAY

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