दहेज उन्मूलन समिति का 39 वां वार्षिक अधिवेशन संपन्न

दहेज उन्मूलन समिति का 39 वां वार्षिक अधिवेशन शुक्रवार को धूमधाम से जामकुदर गांव में मनाया गया कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन शहीदे आजम भगत सिंह वह शहीद मणिनाथ मंडल की तस्वीर पर माल्यार्पण के साथ हुआ अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रुप में समाजसेवीका माला मुखी विशिष्ट अतिथि के रुप में तथा पिंकी मंडल व दुलाली मंडल मौजूद थीं.

अधिवेशन को संबोधित करते हुए दहेज उन्मूलन समिति के संस्थापक शंकर कुमार मंडल ने कहा कि हमारा आंदोलन जात पात संप्रदाय का नहीं बल्कि शहीद भगत सिंह के विचारबाद व असामाजिक तत्वों के विरुद्ध संघर्ष है 1980 में दहेज प्रथा, बहू हत्या, बाल विवाह, नारी शिक्षा जैसी कुरीतियां समाज में व्यापक पैमाने पर फैली हुई थी समाज के प्रबुद्ध लोगों ने बैठकर समाज में व्याप्त बुराइयों के विरुद्ध दहेज उन्मूलन समिति का गठन किया 1980 से लेकर हमारी समिति समाज में व्याप्त कुरीतियों के विरुद्ध आंदोलनरत है लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि आज समाज में जात पात के नाम पर लोगों को बांट कर राजनीतिक दल के लोग अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं जातियों की अलग-अलग रैलियां हो रही है हमें इन सब के विरुद्ध लड़ना होगा भगत सिंह के विचार से ही समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर किया जा सकता है कुरीतियों को दूर कर नया समाज बनाने का हम लोगों का संकल्प तब तक जारी रहेगा जब तक समाज से कुरीतियां पूर्ण रुप से समाप्त नहीं हो जाती.

मुख्य अतिथि माला मुखी ने कहा कि नारी शिक्षा जरूरी है जब तक नारी शिक्षित नहीं होगी तब तक उस का शोषण होता रहेगा शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है यह शोषण के विरुद्ध अपना हक और अधिकार लेने का सबसे अच्छा हथियार है हमें बेटे और बेटियों में कोई फर्क नहीं करनी चाहिए आज बेटियां किसी भी मामले में बेटों से पीछे नहीं है.

 अधिवेशन की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक तारा पद महतो व संचालन समिति के अध्यक्ष निवासचंद्र मुखी ने किया अधिवेशन को जेंट्स टूडू गोकुल मंडल, पांडव गोराई, कमल यादव, रामचंद्र महली, राजेश कर्मकार, झूलन रविदास इत्यादि ने भी संबोधित किया.

Web Title : 39TH ANNUAL SESSION OF DOWRY ELIMINATION COMMITTEE CONCLUDED

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